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इटली की लड़की...सबसे युवा PM से शादी, जानें सोनिया गांधी आज कैसे बनीं भारतीय राजनीति का फेमस चेहरा

सोनिया गांधी का जीवन एक साधारण यूरोपीय परिवार से निकलकर भारत की राजनीति के केंद्र तक पहुंचने की कहानी है.

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Edited By: Reepu Kumari
Sonia Gandhi Biography
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: भारतीय राजनीति में कुछ नाम ऐसे हैं, जिनका सफर सीमाओं से परे जाता है. सोनिया गांधी भी उन्हीं में से एक हैं, जिनकी कहानी इटली से शुरू होकर भारत की संसद तक पहुंचती है. एक विदेशी नागरिक से कांग्रेस अध्यक्ष बनने तक का उनका सफर आसान नहीं था.

सोनिया ने निजी जीवन की चुनौतियों, सार्वजनिक आलोचनाओं और राजनीतिक जिम्मेदारियों के बीच उन्होंने खुद को साबित किया. आज सोनिया गांधी का जन्मदिन है. उनके इस खास दिन पर जानते हैं उनके जुड़ी कुछ ऐसी बातें जिनके में कई लोग नहीं जानते हैं. 

इटली में जन्म और शुरुआती जीवन

सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर 1946 को इटली के वेनेटो क्षेत्र के लुसियाना गांव में हुआ था. उनके पिता स्टेफिनो मायानो ने उनका नाम एंटोनिया एडविस अल्बिना मायानो रखा. सामान्य परिवार में पली-बढ़ी सोनिया के जीवन में भारत का नाम तब तक नहीं जुड़ा था. किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि यह युवती आगे चलकर भारत की राष्ट्रीय राजनीति में एक अहम भूमिका निभाएगी.

राजीव गांधी से मुलाकात और विवाह

इंग्लैंड के कैम्ब्रिज में भाषा अध्ययन के दौरान सोनिया की मुलाकात राजीव गांधी से हुई. राजीव उस समय मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे. 1968 में दोनों का विवाह हुआ और इसके बाद सोनिया भारत आ गईं. शुरुआत में उन्होंने राजनीति से दूरी बनाए रखी और एक सामान्य गृहिणी के रूप में जीवन जीया.

राजनीति से दूरी और कठिन दौर

1980 में संजय गांधी के निधन और 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद परिवार पर संकटों का पहाड़ टूट पड़ा. राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, लेकिन इस पूरे दौर में सोनिया गांधी राजनीति से दूर रहीं. 1991 में राजीव गांधी की हत्या ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया, हालांकि तब भी उन्होंने नेतृत्व संभालने से इनकार किया.

कांग्रेस की कमान और बड़ा फैसला

1998 में सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला. उनके नेतृत्व में पार्टी ने 2004 में लोकसभा चुनाव जीता और यूपीए सरकार बनी. विदेशी मूल के विवाद के बीच उन्होंने प्रधानमंत्री पद स्वीकार नहीं किया और मनमोहन सिंह को आगे किया. यह फैसला भारतीय राजनीति में एक अहम उदाहरण माना गया.

सादगी, भाषाएं और निजी रुचियां

सोनिया गांधी अपनी सादगी और अनुशासित जीवनशैली के लिए जानी जाती हैं. वे कई भाषाएं बोलती हैं और हिंदी साहित्य में उनकी रुचि रही है. शुरुआती वर्षों में भाषा को लेकर कठिनाई आई, लेकिन समय के साथ उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी में दक्षता हासिल की. योग और नियमित दिनचर्या आज भी उनके जीवन का हिस्सा है.