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हिमाचल प्रदेश के आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के चावल में रेंगते मिले कीड़े, खाद्य आयोग ने सप्लाई पर लगाई रोक

हिमाचल प्रदेश के 10 आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए रखे गए चावल में कीड़े और राइस वीवल के लार्वा पाए गए. राज्य खाद्य आयोग ने इस गंभीर लापरवाही पर वितरण रोकने का आदेश जारी किया और जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: social media

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कुपवी उपखंड में 10 आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए रखे गए चावल में कीड़े और राइस वीवल के लार्वा मिलने से हड़कंप मच गया. राज्य खाद्य आयोग ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी. निरीक्षण के दौरान केंद्रों के लॉक पाए जाने और पोषण सामग्री की जांच के दौरान यह गंभीर लापरवाही सामने आई. आयोग ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और वितरण तत्काल रोकने का निर्देश दिया.

राज्य खाद्य आयोग द्वारा किए गए रूटीन निरीक्षण में गाओंखर, धार-I, धार-II, शरद, बेताड़ी, डक, बवत, ओरन, मुशाड़ी और मझगांव के आंगनवाड़ी केंद्रों के बंद पाए जाने की जानकारी मिली. कर्मचारियों को बुलाकर केंद्र खोले गए. निरीक्षण में बच्चों के लिए रखे चावल में कीड़े और राइस वीवल के लार्वा दिखाई दिए. यह स्थिति बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है.

वितरण पर रोक और कार्रवाई के आदेश

भोजन में कीड़े पाए जाने के बाद आयोग ने वितरण तत्काल रोकने का आदेश जारी किया. साथ ही, केंद्रों के कर्मचारियों और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया. आयोग ने कहा कि बच्चों की सेहत को देखते हुए किसी भी हालत में दूषित खाद्य सामग्री का वितरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

जिम्मेदार अधिकारियों को जांच का निर्देश

चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर, चोपल को मामले की विस्तृत जांच करने और रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है. जांच में चावल की गुणवत्ता, भंडारण व्यवस्था और कर्मचारियों की जवाबदेही पर ध्यान दिया जाएगा. आयोग ने कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पोषण सुरक्षा पर असर

यह घटना बच्चों के पोषण कार्यक्रम की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकती है. आयोग ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में खाद्य सामग्री की नियमित जांच अनिवार्य है. इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई भी खतरा न हो, यह सुनिश्चित करना प्राथमिक जिम्मेदारी है.

आगे की कार्रवाई और चेतावनी

राज्य खाद्य आयोग ने केंद्रों के कर्मचारियों को चेताया है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी केंद्रों में साफ-सफाई और सामग्री की गुणवत्ता पर कड़ी नजर रखी जाएगी. आयोग ने कहा कि बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए नियमों का पालन करना अनिवार्य है.