जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए आतंकी हमले में अबतक सेना को कोई बड़ा ब्रेकथ्रू नहीं मिला है. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है. यह वही आतंकी संगठन है, जो पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के इशारों पर काम करता है. रविवार की शाम आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, जिससे बस खाई में जा गिरी. खाई में गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 अन्य घायल हुए हैं.
जब बस खाई में गिरी तो लोग डर से चिखते चिल्लाते रहे है. लेकिन आतंकी बस पर गोली बरसाते रहे. तीर्थयात्रियों पर आतंकियों ने 100 से भी ज्यादा फायर किए. लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई. हमले के बाद पूरे इलाकों को सेना के जवानों ने घेर लिया है. आसपास के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहां कमांडो और ड्रोन भी उतारे गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, हमला करने वाले आतंकवादी जंगल में छिपे हुए हैं.
10 पॉइंट्स जाने अब तक के अपडेट्स
- जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार की शाम घात लगाकर बैठे आतंकियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया. ये बस शिवखोड़ी से कटरा जा रही थी.
- जंगल में छिपे आतंकवादियों ने बस पर हमला किया. आतंकियों ने पहले बस के ड्राइवर को गोली मारी, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और बस खाई में जा गिरी. 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 41 लोग घायल हुए. लोगों की मौत बस के खाई में गिरने से हुई.
- हमले में किसी तरह बच गए यात्रियों ने बताया कि बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकवादी गोली बरसाते रहे. तीर्थयात्रियों पर आतंकियों ने 100 से भी ज्यादा फायर किए.
- हमले का जिम्मा आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने लिया है. ये आतंकी संगठन पाकिस्तान से ऑपरेट होता है.
- आतंकियों के पास अमेरिका में बने एम-4 राइफलों थे. हमले से पहले एक वीडियो में आतंकी पीर पंजाल के जंगलों में छिपे हुए थे.
- आतंकवादी हमला करने वाले गुनहगारों की तलाश तेज हो गई है. सेना और CRPF की 11 टीमें ऊपरी पहाड़ी इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चला रही हैं.
- आतंकियों की तलाश के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. रियासी के जंगल को घेर लिया गया है. वहां कमांडो और ड्रोन भी उतारे गए हैं. भारतीय सेना और CRPF का अस्थाई जॉइंट ऑपरेशन हेड क्वार्टर बनाया गया.
- कॉम्बिंग ऑपरेशन में पुलिस, सेना, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को शामिल किया गया है. कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
- जिस जगह पर आतंकियों के छुपे होने की आशंका है वहां काफी घना जंगल है. ऐसे में सर्च ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है. खड़ी ढलानों और गुफा हैं जिसमें आतंकी छुप सकते हैं. सर्च टीम बड़ी सवाधानी से जंगल में आगे बढ़ रही है.
- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की निंदा की है. अमित शाह ने कहा कि दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा. हमले से खफा लोगों ने जम्मू में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग की है.