RamLalla Naming Ceremony: जब किसी भी मंदिर में प्रतिमा स्थापित की जाती है तो उस दौरान ही उसका नामकरण संस्कार भी किया जाता है. उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही उनकी प्रतिमा का नामकरण संस्कार भी किया जाएगा. हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि क्या नामकरण किया जाएगा.
प्राण प्रतिष्ठा की जोर-शोर से चल रही है तैयारी
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की धूम चारों देखने को मिल रही है. 22 जनवरी को मंदिर में रामलला की प्रतिमा को गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा. जिसकी तैयारी खूब जोर-शोर से चल रही है. अयोध्या में कई ऐसे मंदिर मौजूद हैं जिसमें मौजूद राम और सीता की प्रतिमा का नामकरण किया गया है. उन प्रतिमाओं को अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसी कड़ी में राम मंदिर में स्थापित होने वाले रामलला की प्रतिमा का भी नामकरण किया जाएगा. रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद नामकरण संस्कार किया जाएगा. इस कार्य की पूरी प्रक्रिया प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की जाएगी.
प्रतिमा स्पर्श करके होगा नामकरण संस्कार
चूंकि पीएम मोदी रामलला के मुख्य यजमान है और नियम के अनुसार यजमान ही पहली बार प्रतिमा को स्पर्श करके नामकरण संस्कार करेंगे. यह असाधारण दैविक प्रक्रिया है. जिसमें यजमान विग्रह में अपनी धड़कन का अनुभव करता है. ऐसी प्रचलित मान्यता है कि इस स्पर्श मात्र से ही अलौकिक शक्ति की प्राप्ति होती है.