Raj Thackeray: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के सुप्रीमो राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के थिएटर मालिकों को राज्य में पाकिस्तानी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट' को न चलाने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर थियेटर में फिल्म की स्क्रीनिंग की गई तो इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. इस फिल्म में फवाद खान और माहिरा खान ने अभिनय किया है.
'द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट' 2022 में रिलीज होने के बाद सबसे ज्यादा कमाई करने वाली पाकिस्तानी फिल्म बन गई है और अब यह लगभग एक दशक के बाद भारत में रिलीज होने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म होगी. महाराष्ट्र के थियेटर मालिकों से इस फिल्म की स्क्रीनिंग न करने को कहते हुए राज ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर थियेटर में फिल्म चलाई गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
यह फिल्म 2 अक्टूबर को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज होगी. फिल्म के रिलीज से पहले ही राज ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए थियेटर मालिकों से न चलाने की अपील की है.
राज ठाकरे ने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा- "पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की फिल्म 'लीजेंड ऑफ मौला जट्ट' जल्द ही भारत में रिलीज होने जा रही है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना किसी भी हालत में इस फिल्म को महाराष्ट्र में रिलीज नहीं होने देगी. पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्मों को भारत में रिलीज क्यों होने दिया जाता है?"
फवाद खान नावाच्या पाकिस्तानी अभिनेत्याचा, 'लिजेंड ऑफ मौला जट' नावाचा सिनेमा लवकरच भारतात प्रदर्शित होणार आहे. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना हा सिनेमा कुठल्याही परिस्थितीत महाराष्ट्रात प्रदर्शित होऊ देणार नाही. पाकिस्तानी कलाकारांचे सिनेमे मुळात भारतात प्रदर्शित का होऊ दिले जातात?…
— Raj Thackeray (@RajThackeray) September 22, 2024
उन्होंने आगे लिखा, "कला किसी देश की सीमा नहीं जानती, दूसरे मामलों में तो यह ठीक है, लेकिन पाकिस्तान के मामले में यह बिल्कुल भी कारगर नहीं है. हम ऐसे देश के कलाकारों को क्यों यहां ला रहे हैं जो भारत के प्रति नफरत फैलाता है, ताकि वे यहां नाचें और अपनी फिल्में दिखाएं? महाराष्ट्र ही नहीं किसी भी राज्य में इस फिल्म को रिलीज नहीं करना चाहिए. राज्यों सरकारों को इसके रिलीज की अनुमति नहीं देनी चाहिए. "
राज ठाकरे ने कहा इससे पहले भी जब इस तरह की कोशिश की गई तो हमारी पार्टी ने इसका पुरजोर विरोध किया था. वो तो सबको याद ही होगा. इसलिए अब सिनेमाघर मालिकों से विनम्र निवेदन है कि वे फिल्में दिखाने के झांसे में न आएं.
उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि मराठी फिल्मों को दिखाने में सिनेमाघर के मालिक आनाकानी करते हैं लेकिन पाकिस्तान की फिल्म दिखाने के लिए उतावले हो रहे हैं. अगर पाकिस्तानी सिनेमा को यहां आने देंगे, तो यह उदारता सिनेमाघरों के मालिकों को महंगी पड़ेगी.
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि जब यह फिल्म रिलीज होगी तब तक नवरात्रि का त्योहार शुरू हो जाएगा और मैं नहीं चाहता कि किसी भी तरह का कोई विवाद हो. इसे लेकर राज्य के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और राज्य के पुलिस महानिदेशक को ध्यान देना होगा. पूरा विश्वास है कि महाराष्ट्र की सरकार पाकिस्तान फिल्म को राज्य में रिलीज नहीं होने देगी.