नई दिल्ली: इंडिगो फ्लाइट्स के बड़े पैमाने पर रद्द होने के बाद देशभर में यात्रियों की भारी भीड़ रेलवे की ओर उमड़ रही है. इसी बढ़ती मांग को देखते हुए भारतीय रेल ने आपात कदम उठाते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. रेलवे ने 37 प्रीमियम ट्रेनों में कुल 116 अतिरिक्त कोच जोड़ने का फैसला किया है, ताकि अधिकतम यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जा सके.
सबसे ज्यादा कोच साउदर्न रेलवे ने जोड़े हैं, जिसने 18 ट्रेनों में क्षमता बढ़ाई है. वहीं नॉर्दर्न रेलवे ने 8 ट्रेनों में और वेस्टर्न रेलवे ने 4 ट्रेनों में 3AC और 2AC कोच जोड़े हैं. इन सभी बढ़ोतरी उपायों को 6 दिसंबर 2025 से लागू कर दिया गया है. इसके साथ ही भारतीय रेल ने चार स्पेशल ट्रेनें भी चलाई हैं. इनमें गोरखपुर–आनंद विहार स्पेशल, नई दिल्ली–जम्मू वंदे भारत स्पेशल, नई दिल्ली–मुंबई सुपरफास्ट स्पेशल और हजरत निजामुद्दीन–तिरुवनंतपुरम स्पेशल शामिल हैं.
फ्लाइट कैंसिलेशन का सबसे ज्यादा असर अहमदाबाद से दिल्ली तक के रूट पर देखने को मिला, जहां यात्रियों को यात्रा के लिए विकल्प नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में पश्चिम रेलवे ने 'ट्रेन ऑन डिमांड' के तहत साबरमती से दिल्ली के लिए विशेष सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. यह ट्रेन विशेष किराए पर चलाई जाएगी और कुल चार फेरों में चलेगी.
ट्रेन संख्या 09497 साबरमती से 7 और 9 दिसंबर को रात 22.55 बजे चलेगी और अगले दिन दोपहर 15.15 बजे दिल्ली जंक्शन पहुंचेगी. वहीं ट्रेन संख्या 09498 दिल्ली से 8 और 10 दिसंबर को रात 21.00 बजे रवाना होकर अगले दिन दोपहर 12.20 बजे साबरमती पहुंचेगी. यह स्पेशल ट्रेन 925 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और दोनों दिशाओं में मेहसाणा, पालनपुर, आबूरोड, अजमेर, जयपुर, अलवर, रेवाड़ी, गुड़गाँव और दिल्ली कैंट पर रुकेगी.
रेलवे ने बताया कि बुकिंग 6 दिसंबर से पीआरएस काउंटरों और आईआरसीटीसी वेबसाइट पर शुरू हो गई है. पश्चिम रेलवे का कहना है कि फ्लाइट रद्द होने की आपात स्थिति में यह स्पेशल सेवा यात्रियों को सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प प्रदान करेगी. इसी बीच, ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने राजेंद्र नगर–नई दिल्ली सेवा में 2AC कोच बढ़ाए हैं, जबकि ईस्ट कोस्ट रेलवे ने भुवनेश्वर–नई दिल्ली रूट पर 2AC कोच लगाए हैं. ईस्टर्न रेलवे ने भी तीन बड़ी ट्रेनों में स्लीपर क्लास कोच बढ़ाए हैं. नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के यात्रियों के लिए 3AC और स्लीपर कोच की संख्या बढ़ाई है.