अंतरिक्ष में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे शुभांशु शुक्ला से पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए बात की. उन्होंने शुभांशु की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह मिशन विकसित भारत के सपने की दिशा में पहला कदम है. पीएम ने शुभांशु से कहा कि भारत को अब गगनयान मिशन को नई ऊंचाई तक ले जाना है, साथ ही देश को अपना स्वदेशी स्पेस स्टेशन स्थापित करना है और चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री को उतारना है. उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी महत्वाकांक्षी अभियानों में आपका अनुभव बेहद उपयोगी साबित होगा. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अंतरिक्ष में अपने अनुभवों को आप ध्यानपूर्वक रिकोर्ड कर रहे होंगे.
शुभांशु शुक्ला ने बताया कि वह स्पेस स्टेशन पर सात यूनिक वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं. इनमें पहला स्टेम सेल्स पर आधारित है, जो अंतरिक्ष में ग्रैविटी की कमी से होने वाले मसल लॉस को रोकने के लिए सप्लीमेंट की भूमिका को जांचेगा. इस प्रयोग का उपयोग भविष्य में बुजुर्गों की हेल्थ केयर में किया जा सकेगा. दूसरा प्रयोग माइक्रोवेल ग्रोथ से जुड़ा है, जो धरती पर फूड सिक्योरिटी को मजबूत करने में मदद कर सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक मिशन को भारत की नई उड़ान का आधार बताया. उन्होंने कहा कि भारत अब केवल अंतरिक्ष की उड़ान नहीं भरेगा, बल्कि पूरी दुनिया के लिए नई अंतरिक्ष की संभावनाओं के द्वार खोलेगा. उन्होंने शुभांशु की यात्रा को “गगनयान मिशन की सफलता का पहला अध्याय” बताया. साथ ही भारत के स्पेस मिशन को नई गति और मजबूती देने वाला बताया.