नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राफेल लड़ाकू विमान में 30 मिनट की उड़ान भरी. इस दौरान हरियाणा के अंबाला वायुसेना अड्डे पर स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ तस्वीरें खिंचवाईं, जिससे पाकिस्तान के इस दावे को करारा झटका लगा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसके लड़ाकू विमान को मार गिराया गया था और उन्हें युद्धबंदी बना लिया गया था.
भारत की पहली और एकमात्र महिला राफेल पायलट, शिवांगी सिंह उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली हैं और उन्हें 2017 में भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलटों के दूसरे बैच के हिस्से के रूप में शामिल किया गया था. 2020 में उन्हें राफेल पायलट के रूप में चुना गया.
बुधवार को जब उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ तस्वीरें खिंचवाई, तो पाकिस्तान के उस दावे की धज्जियां उड़ गई, जिसमें पाक ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसके लड़ाकू विमान को मार गिराया गया था और उन्हें युद्धबंदी बना लिया गया था.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था. इस दौरान शिवांगी सिंह का नाम तब सुर्खियों में आया था, जब पाकिस्तान ने दावा किया था कि भारत ने एक राफेल समेत कई लड़ाकू विमान खो दिए हैं और सिंह को विमान से बाहर निकलने के बाद सियालकोट के पास पकड़ लिया गया था.
कुछ दिन पहले एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि भारतीय वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, शिवांगी सिंह के आवास पर गए थे. हालांकि सरकार ने तुरंत इस दावे का खंडन किया और फैक्ट चेक विंग ने एक्स पर स्पष्ट किया कि यह फुटेज 14 अगस्त, 2025 का है, जब एपी सिंह राजस्थान के झुंझुनू में दिवंगत सार्जेंट सुरेंद्र कुमार के परिवार से मिलने गए थे, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी.
सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तान के दावों पर भी सफाई दी थी. भारतीय वायु सेना के वायु संचालन महानिदेशक (DGAO) एयर मार्शल भारती ने कहा था कि सेना ने अपने उद्देश्य हासिल कर लिए हैं और सभी पायलट घर वापस आ गए हैं.
उन्होंने कहा था कि हम एक युद्ध की स्थिति में हैं, हारना युद्ध का एक हिस्सा है. आपको हमसे यह सवाल जरूर पूछना चाहिए कि क्या हमने आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने का अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है? और इसका जवाब हां है और नतीजे पूरी दुनिया देख रही है.
उन्होंने कहा था कि जहां तक विवरण की बात है, क्या हो सकता था? कितने नंबर? हमने कौन सा प्लेटफ़ॉर्म खो दिया? इस समय मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा क्योंकि हम अभी भी युद्ध की स्थिति में हैं. अगर मैं किसी चीज पर टिप्पणी करता हुं, तो वह सिर्फ फायदेमंद होगी. इसलिए, हम इस समय उसे कोई फायदा नहीं पहुंचाना चाहते.