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'वन नेशन, वन इलेक्शन' के समर्थन में उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जानिए क्या जाहिर की राय ?

one nation one election: देश 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है.

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Avinash Kumar Singh
'वन नेशन, वन इलेक्शन' के समर्थन में उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जानिए क्या जाहिर की राय ?

नई दिल्ली: देश 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की ओर बढ़ रहा है. ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि अगर 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' सही इरादे से किया जाता है तो यह देश के हित में है.

"सही इरादे से किया जाता है लागू तो होगा देश हित में"

प्रशांत किशोर ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि "एक ट्रांजिशन का फेज हो 4-5 साल का ताकि सभी को इस व्यवस्था में आने का समुचित समय मिले तो यह देश के हित में है. देश में पहले 17-18 साल तक यह लागू था. भारत जैसे बड़े देश में हर साल 25 फीसदी हिस्सा करीब-करीब वोट करता है. इसी वजह से सरकार चलाने वाले लोग चुनाव के इस चक्र में व्यस्त रहते हैं. अगर इसे एक या दो बार में किया जाए तो ज्यादा बेहतर होगा. इससे खर्चों में कमी आएगी और लोगों को केवल एक बार ही निर्णय लेना होगा"

उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार रातोंरात बदलाव की कोशिश करेगी तो दिक्कतें होंगी. सरकार शायद एक विधेयक ला रही है. इसे आने दीजिए. अगर सरकार के इरादे अच्छे हैं तो ऐसा होना चाहिए और यह देश के लिए अच्छा होगा.

"1967 तक देश में होते थे एक साथ चुनाव"

1967 तक राज्य विधानसभाओं और लोकसभा के लिए एक साथ चुनाव होते रहे हालांकि 1968 और 1969 में कुछ विधानसभाओं को समय से पहले भंग कर दिया गया और इसके बाद 1970 में लोकसभा को भंग कर दिया गया. इससे राज्यों और राज्यों के लिए चुनावी कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा और देश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव अलग-अलग समय पर होने लगा.

"सरकार ने गठित की आठ सदस्यीय कमेटी"

केंद्रीय कानून मंत्रालय ने लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगर निकायों और पंचायतों के चुनाव एक साथ कराने के मुद्दे पर गौर करने के लिए 8 सदस्यीय समिति का गठन किया है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति बनाई गई है. इस कमेटी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कमेटी के चेयरमैन होगे. 

वहीं समिति में सदस्य गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व चेयरमैन एनके सिंह, वरिष्ठ संविधानविद सुभाष सिंह कश्यप और देश के जाने माने वकील हरीश साल्वे और पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी होंगे. आज कानून मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक देश एक चुनाव की प्रक्रिया पर ब्रीफ करते हुए समिति के एजेंडे के बारे में जानकारी साझा की है.

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