नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को भड़की हिंसा के बाद दो होमगार्डों समेत अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पुलिसकर्मियों समेत 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. राज्य की पुलिस ने नूंह दंगे में शहीद हुए दोनों होमगार्डों के परिजनों को 57- 57 लाख की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है.
कैसे भड़की नूंह में हिंसा
बता दें कि असामाजिक तत्वों की एक भीड़ द्वारा एक धार्मिक जुलूस पर पत्थरबाजी करने और कारों को आग लगाने के बाद यह हिंसा भड़क उठी थी. पुलिस के अनुसार, बीजेपी जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ द्वारा निकाली गुरुग्राम सिविल लाइंस से निकाले गए 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' नामक जुलूस को नूंह में खेडला के निकट कुछ लोगों की भीड़ ने रोक लिया था, जिसके बाद यह यह हिंसा भड़क उठी.
गुरुग्राम के बादशाहपुर में भी भड़की हिंसा
नूंह से शुरू हुईं सांप्रदायिक हिंसा की आग मंगलवार को गुरुग्राम तक फैल गई. मोटरसाइकिल और कार में आए लगभग 200 लोगों ने गुरुग्राम के बादशाहपुर के मेन मार्केट की 14 दुकानों में तोड़फोड़ की, इसके अलावा गुरुग्राम के सेक्टर 66 इलाके में भीड़ ने 7 दुकानों में आग लगा दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक भीड़ ने ज्यादातर बिरयानी और दूसरे फूड स्टॉल को निशाना बनाया.
बता दें कि असामाजिक तत्वों की एक भीड़ ने सोमवार को गुरुग्राम के सेक्टर 57 में स्थित एक मस्जिद पर हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया था. पुलिस के मुताबिक इस हिंसा में मस्जिद के नायब इमाम की मौत हो गई थी और कम से कम तीन लोग घायल हुए थे. आज हिंसा की यह घटना सोमवार को हुई हिंसा के ही एक दिन बाद आई है. हरियाणा में हुई हिंसा के खिलाफ बजरंग दल ने कल देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.