भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के हवाले से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को स्पष्ट शब्दों में कहा, "अगर पाकिस्तान कुछ करता है, तो जवाब और भी विनाशकारी और कड़ा होगा." उसी रात, पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमले किए, जिसका भारत ने बेहद ताकतवर जवाब दिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर (पाकिस्तान) स्थित मुख्यालय को सबसे घातक हथियारों से निशाना बनाया गया.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान द्वारा सीमा पर बार-बार उकसावे की कार्रवाइयों के बीच पीएम मोदी ने सख्त रुख अपनाया. अमेरिकी उपराष्ट्रपति से बातचीत में उन्होंने भारत की शांति और संयम की नीति को दोहराते हुए यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी आक्रामकता का जवाब कई गुना ताकत के साथ दिया जाएगा. उनकी यह टिप्पणी क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच भारत की रक्षा तैयारियों को दर्शाती है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से साफ कहा कि अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो जवाब और भी विनाशकारी और कड़ा होगा। उसी रात पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमला किया और भारत ने इसका बहुत जोरदार जवाब दिया। उनके ठिकानों पर हमले किए… pic.twitter.com/WfRd026oGC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2025
पीएम मोदी का सख्त रुख
कश्मीर पर भारत की स्थिति स्पष्ट है. पीएम मोदी ने कहा, "कश्मीर पर केवल एक मुद्दा बाकी है- पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की वापसी. इसके अलावा कोई बातचीत नहीं होगी.अगर वे आतंकियों को सौंपने की बात करते हैं, तो हम बात कर सकते हैं. मेरी कोई अन्य विषय पर बात करने की मंशा नहीं है." उन्होंने मध्यस्थता को भी सिरे से खारिज करते हुए कहा, "हमें किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं है."
ऑपरेशन सिंदूर: नया सामान्य
पीएम मोदी ने सैन्य कार्रवाई के लिए स्पष्ट निर्देश दिए, "वहां से गोली चलेगी, यहां से गोला चलेगा." इस तनाव का टर्निंग पॉइंट पाकिस्तानी वायु ठिकानों पर भारत के हमले थे. सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. भारत ने चेतावनी दी, "अगर वे गोली चलाएंगे, हम गोली चलाएंगे; अगर वे हमला करेंगे, हम हमला करेंगे." यह नया सामान्य है, जिसे पाकिस्तान और विश्व को स्वीकार करना होगा.
जैश-ए-मोहम्मद पर प्रहार
भारत ने पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय को निशाना बनाकर कड़ा संदेश दिया. इस हमले में सबसे शक्तिशाली हथियारों का उपयोग किया गया. दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों या विदेश मंत्रियों के स्तर पर कोई बातचीत नहीं हुई. केवल सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच बातचीत हुई.
पाकिस्तान का दुस्साहस और भारत का जवाब
सूत्रों के अनुसार, उसी रात पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमले शुरू किए, जिनमें सीमावर्ती क्षेत्रों को निशाना बनाया गया. हालांकि, भारत ने इस आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक और प्रभावी हमले किए. भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने न केवल हमलों को नाकाम किया, बल्कि पाकिस्तान को उसकी हरकतों का गंभीर परिणाम भी दिखाया.
भारत-पाक में तनाव से बढ़ी वैश्विक चिंता
भारत और पाकिस्तान के बीच यह ताजा तनाव वैश्विक समुदाय के लिए चिंता का विषय बन गया है. जहां दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच बढ़ती शत्रुता ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शांति की अपील को और मजबूत किया है. ऐसे में भारत ने हमेशा शांति की वकालत की है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करने का संकल्प भी दोहराया है.