Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में अवैध आव्रजन के खिलाफ कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि देश बाहरी लोगों को भारत के युवाओं और बेटियों का उचित स्थान लेने की अनुमति नहीं देगा. उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा मैं देश को एक चिंता, एक चुनौती के प्रति सचेत करना चाहता हूं. एक सोची-समझी साजिश के तहत, देश की जनसांख्यिकी को बदला जा रहा है एक नए संकट के बीज बोए जा रहे हैं. घुसपैठिए मेरे देश के युवाओं की आजीविका छीन रहे हैं. घुसपैठिए मेरे देश की बहनों और बेटियों को निशाना बना रहे हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ये घुसपैठिए भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह करके उनकी जमीन पर कब्जा कर लेते हैं. देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.
प्रधानमंत्री ने देश के जनसांख्यिकीय और सामाजिक संतुलन की रक्षा की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा, कोई भी अपने देश को अवैध प्रवासियों के हवाले नहीं कर सकता, कोई भी देश ऐसा नहीं कर सकता तो भारत कैसे कर सकता है? उन्होंने एक उच्च-शक्ति जनसांख्यिकी मिशन शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य जनसंख्या गतिशीलता को संबोधित करना और भारतीय नागरिकों के लिए अवसरों की रक्षा करना है.
युवाओं के लिए घोषणा
उन्होंने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन के दौरान भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 1 लाख करोड़ रुपये की विशाल पीएम विकसित भारत रोजगार योजना का अनावरण किया. यह कार्यक्रम तुरंत शुरू होने वाला है, जो निजी क्षेत्र में अपनी पहली नौकरी हासिल करने वाले व्यक्तियों को 15,000 रुपये की प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान करेगा, जिससे युवा भारतीयों में उद्यमिता, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा.
दिवाली में GST रिफॉर्म
पीएम मोदी ने घोषणा की है कि रोजमर्रा की वस्तुओं पर कर कम करने के लिए दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू किए जाएंगे. मैं दिवाली पर एक शानदार उपहार देने जा रहा हूं. पिछले आठ वर्षों में हमने जीएसटी में एक बड़ा सुधार किया और कर प्रणाली को सरल बनाया. अब इसकी समीक्षा करना समय की मांग है दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार, रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं पर कर कम हो जाएगा. पीएम मोदी इसके अलावा भाजपा सुप्रीमो ने घोषणा की कि भारत 'सुदर्शन चक्र' रक्षा प्रणाली विकसित करेगा, जो सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्थलों की रक्षा के लिए एक अत्याधुनिक तकनीकी कवच है जो 2035 तक उभरते खतरों के खिलाफ पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करेगा.