PM Modi Lok Sabha Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के बजट सत्र 2025 में 04 फरवरी, 2025 को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब लोकसभा में दे रहे हैं. इस दौरान पीएम विपक्ष पर भी जोरदार हमला कर रहे हैं. राहुल गांधी का बिना नाम लिए पीएम मोदी ने कहा कि 'कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर, स्टाइलिश शॉवर बनाने पर ही है.'
'कुछ लोगों का फोकस घरों में जकूजी पर'
पीएम मोदी ने आगे कहा कि 'हमारा फोकस तो हर घर जल पहुंचाने का है. कुछ लोग गरीबों की छोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते हैं, उनको संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी. हमने 5 दशक तक गरीबी हटाओ के झूठे नारे सुने. हमने गरीब को झूठे नारे नहीं, सच्चा विकास दिया है. 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं.'
#WATCH | In a jibe to Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, PM Narendra Modi says, "...Those who have photo sessions in the huts of the poor, for their own entertainment, will find the mention of the poor in Parliament boring." pic.twitter.com/YuB0TsqRos
— ANI (@ANI) February 4, 2025
विपक्ष पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री आगे बोले- 'हमारे देश में एक पीएम थे जिन्होंने एक समस्या की पहचान की और कहा कि जब दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है, तो केवल 15 पैसे नीचे तक पहुंचते हैं. 15 पैसे किसे मिलते थे, यह हर कोई समझ सकता है. उस समय पंचायत स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक केवल पार्टी थी. हमने इसका समाधान खोजने की कोशिश की और हमारा मॉडल है बचत भी विकास भी.'
'कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे हैं'
पीएम ने कहा, "अपने लिए तो सब करते हैं, दूसरों के लिए करने वाले चाहिए. जब सत्ता सेवा बन जाए तो राष्ट्र निर्माण होता. हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं. हम जहर की राजनीति नहीं करते. सरदार बल्लभभाई पटेल का सबसे ऊंचा स्टैच्यू बनाते हैं. वो बीजेपी या जनसंघ के नहीं थे. ये देश का दुर्भाग्य है कि आजकल लोग अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे हैं."
#WATCH | PM Narendra Modi says, "It is unfortunate that today some people are speaking the language of urban Naxals openly, challenging the Indian state and declaring a fight against it. Those who speak this language neither understand the Constitution nor the unity of the… pic.twitter.com/wRDo5PEt7n
— ANI (@ANI) February 4, 2025
संविधान को लेकर विपक्ष पर बरसे पीएम
आगे पीएम मोदी ने कहा, "हम वो लोग हैं जो संविधान को जीते हैं. जब गुजरात के 50 साल हुए तो उस समय मैं सीएम था तो हमने निर्णय लिया कि गोल्डन जुबली ईयर में गवर्नर के भाषण हुए हैं उन सभी को एक किताब के रूप में परिवर्तित किया जाए और वो आज सभी लाइब्रेरी में उपलब्ध है. हम तो बीजेपी वाले थे गुजरात में ज्यादातर तो कांग्रेस की सरकार रही, फिर भी हमने किया क्योंकि हम संविधान को जीना जानते हैं. 2014 में जब आए तो विपक्ष था ही नहीं. ये हमारा संविधान जीने का स्वभाव था कि हमने तय किया विपक्ष को मान्यता देंगे."