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India Daily

संप्रभुता का उल्लंघन: पीएम मोदी ने कतर के अमीर से की बात, दोहा पर इजरायली हमलों की निंदा की

भारत की स्थायी नीति को दोहराते हुए पीएम मोदी ने विवादों को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया और क्षेत्र में तनाव बढ़ने से रोकने की बात कही.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
PM Modi speaks to Qatar Emir, condemns Israeli attacks on Doha
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PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से फोन पर बात कर दोहा में इजरायली हवाई हमलों की निंदा की. भारत की स्थायी नीति को दोहराते हुए, पीएम मोदी ने विवादों को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया और क्षेत्र में तनाव बढ़ने से रोकने की बात कही.

उन्होंने कहा, "हम मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं और तनाव बढ़ने से बचना चाहते हैं. भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए दृढ़ता से खड़ा है और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ है."

हमास के अनुसार, इस हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए, जिनमें हमास नेताओं के तीन अंगरक्षक शामिल थे. हमास के राजनीतिक ब्यूरो सदस्य सुहैल अल-हिंदी ने बताया कि खलील अल-हय्या के बेटे हम्माम अल-हय्या और उनके कार्यालय प्रबंधक जिहाद लबाद भी मारे गए.

कतर की मध्यस्थता की सराहना

पीएम मोदी ने इन घटनाओं पर चिंता जताते हुए कतर के क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने विशेष रूप से गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए कतर की मध्यस्थता की भूमिका को सराहा. जवाब में, शेख तमीम ने कतर के लोगों और देश के साथ एकजुटता के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया. दोनों नेताओं ने भारत-कतर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति का स्वागत किया और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने का संकल्प लिया.

इजरायली हमले और अंतरराष्ट्रीय निंदा

मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, "हमने आज सुबह दोहा में इजरायली हमलों की खबरें देखी हैं. हम इस घटनाक्रम और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर इसके प्रभाव को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं." इजरायल ने पुष्टि की कि उसने दोहा में हमास के वरिष्ठ अधिकारियों पर हवाई हमले किए, जो गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए युद्धविराम वार्ताओं का केंद्र रहा है. कतर ने इन हमलों को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताते हुए निंदा की. कतर के अनुसार, हमले में एक आंतरिक सुरक्षा बल का सदस्य मारा गया और कई लोग घायल हुए.

अमेरिका को दी गई थी सूचना

ट्रंप प्रशासन ने पुष्टि की कि उसे इजरायल के हमले की पहले से सूचना थी, लेकिन वह इस फैसले से सहमत नहीं था. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा कि ट्रंप ने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को "कतरियों को आगामी हमले की जानकारी देने का निर्देश दिया था." लेविट ने कहा कि ट्रंप ने हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की, लेकिन यह नहीं बताया कि उन्होंने कोई कार्रवाई की धमकी दी या नहीं. उन्होंने आगे कहा, "ट्रंप का मानना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना शांति के लिए एक अवसर बन सकती है."