India Pakistan War: भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे सीमा तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के तहत चल रही सैन्य कार्रवाई के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी शामिल रहे.
पाकिस्तान की हरकतों पर केंद्र की पैनी नजर
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पाकिस्तान द्वारा हाल ही में की गई मिसाइल और ड्रोन हमलों की घटनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई. इन हमलों के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की समीक्षा भी इस उच्चस्तरीय बैठक का अहम हिस्सा रही. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की ओर से सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई है, जिसे भारत ने 'उकसावे की साजिश' बताया है.
क्या पाकिस्तान आ रहा बैकफुट पर?
बता दें कि बैठक में यह भी चर्चा हुई कि अमेरिका समेत अन्य देशों के दबाव के चलते पाकिस्तान के रुख में नरमी देखने को मिल रही है. भारत की सख्त जवाबी रणनीति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक दबाव के कारण पाकिस्तान फिलहाल बैकफुट पर नजर आ रहा है. हालांकि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
जमीनी हालात पर बनी रणनीति
वहीं इस मीटिंग में सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की गतिविधियों और भारत की जवाबी तैयारियों पर चर्चा की गई. साथ ही, सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हालात और गंभीर हो सकते हैं, जिसके लिए रणनीतिक तैयारी पहले से की जा रही है.
एनएसए अजीत डोभाल से भी हुई चर्चा
इसके अलावा, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी अलग से मुलाकात हुई, जिसमें वर्तमान सुरक्षा हालात पर ब्रीफिंग दी गई और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई.