Sindhu Nadi: भारत से निकलकर पाकिस्तान में बहने वाली सिंधु नदी अब सोने का प्रमुख स्रोत बन गई है. पंजाब प्रांत में इस नदी के तल में सोने और बहुमूल्य खनिजों का भंडार बताया जा रहा है, जिसे लेकर स्थानीय लोग अवैध खनन में जुट गए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, नदी में 600 अरब पाकिस्तानी रुपये की कीमत का सोना छिपा है, जिसे लेकर जमकर संघर्ष हो रहा है.
सिंधु नदी का ऐतिहासिक महत्व
आपको बता दें कि सिंधु नदी दुनिया की सबसे लंबी नदियों में से एक है, जिसकी कुल लंबाई 3,200 किलोमीटर है. यह प्राचीन काल से ही सभ्यता का केंद्र रही है और सिंधु घाटी सभ्यता का आधार रही है. ऋग्वेद में भी इस नदी का उल्लेख मिलता है. लाखों लोग इस नदी के जल पर निर्भर हैं, लेकिन अब इसके तल में छिपे सोने ने नया विवाद खड़ा कर दिया है.
पाकिस्तानी सरकार ने लगाया प्रतिबंध
वहीं सोने के खनन को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने इस पर सख्ती दिखाई है. सरकार ने सिंधु नदी में अवैध खनन रोकने के लिए धारा 144 लागू कर दी है और सोने के उत्खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बावजूद, स्थानीय लोग चोरी-छिपे नदी की रेत से सोना निकालने में लगे हैं.
खनिज मंत्री का दावा - अरबों का सोना मौजूद
पंजाब के खनिज मंत्री के अनुसार, अटोक जिले में 32.6 मीट्रिक टन सोना मौजूद है, जिसकी कीमत 600 अरब पाकिस्तानी रुपये आंकी जा रही है. यह खुलासा होते ही कई लोग इस बहुमूल्य खजाने को लूटने की होड़ में शामिल हो गए हैं.
सरकारी आदेश की अनदेखी, बढ़ता विवाद
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ ने इस क्षेत्र में खनन पर रोक लगाने का आदेश दिया था, लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे नजरअंदाज कर दिया. अब इस सोने की लूट को लेकर प्रशासन और खनिकों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है.
नदी से कैसे बहकर आता है सोना?
बताते चले कि भूगर्भीय सर्वेक्षण के मुताबिक, सिंधु नदी की तेज धाराएं उत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों से सोने के कण बहाकर लाती हैं, जो नदी के तल में जमा हो जाते हैं. सर्दियों के दौरान जब पानी का स्तर गिरता है, तब स्थानीय लोग इस खजाने को निकालने की कोशिश करते हैं.
इसके अलावा, पाकिस्तान की सिंधु नदी में मौजूद सोने ने सरकार और स्थानीय लोगों के बीच खींचतान को जन्म दे दिया है. जहां एक ओर सरकार इसे राष्ट्रीय खजाने का हिस्सा मानकर नियंत्रित करना चाहती है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोग इसे अपनी आजीविका का साधन मानकर अवैध रूप से निकाल रहे हैं. अगर स्थिति नियंत्रण में नहीं आई, तो यह विवाद और गहरा सकता है.