Pak Terror Camps and Airfields Destroyed: 11 और 12 मई की रात जम्मू-कश्मीर और उसके आस-पास के इलाकों में स्थिति सामान्य रही. भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति हो चुकी है. भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के उन ठिकानों की सैटेलाइट फोटोज जारी की हैं. भारतीय वायु सेना ने बताया कि इस ऑपरेशन में उसे जो भी काम सौंपे गए थे, वह पूरे किए गए हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा के उद्देश्यों के तहत यह ऑपरेशन सफल रहा.
भारतीय सेना ने कहा कि यह ऑपरेशन आतंकवादी खतरों को नष्ट करने, पाकिस्तान की आक्रामकता को रोकने और भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को मजबूत करने में सफल रहा. इसके साथ ही इसने इंटरनेशनल सपोर्ट भी प्राप्त किया.
7 मई को भारतीय बलों ने Coordinated Precision Missile Strikes किए, जिसमें पाकिस्तान (जैसे बहावलपुर और मुरिदके) और पीओके (जैसे मुजफ्फराबाद और कोटली) के नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मुख्य कमांड केंद्र थे, जिनका नाम 2019 के पुलवामा हमले और 2008 के मुंबई हमले से जुड़ा है.
इसके बाद, पाकिस्तान की मिसाइल और ड्रोन हमलों के जवाब में भारत ने कमीकाजे ड्रोन का इस्तेमाल किया, जो पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से खत्म करने में सफल रहा. इसमें लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम भी शामिल था.
9 और 10 मई की रात की बात करें तो भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई प्रमुख वायु सेना के ठिकानों पर हमला किया. महज तीन घंटे के अंदर, पाकिस्तान के 11 ठिकानों पर हमला किया गया, जिनमें नूर खान, रफीकी, मुरिद, सुक्कुर, सियालकोट, पस्रुर, चुनियान, सर्गोधा, स्कारू, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल थे. शाहबाज एयरबेस के पहले और बाद की फोटोज देखी जा सकती है.
भारत ने सगोढ़ा और भोलारी जैसे ठिकानों पर भी हवाई हमले किए, जहां पाकिस्तान के F-16 और JF-17 लड़ाकू विमान तैनात थे. इन हमलों के कारण पाकिस्तान की वायु सेना की लगभग 20% इंफ्रास्ट्रक्चर खत्म कर दिए. भारत ने पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस पर बमबारी की, जिसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए. इनमें पाकिस्तान के स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ और कई एयरमैन शामिल थे.