Operation Sindoor: भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जहां पूरा देश सेना की तारीफ कर रहा है, वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अल्वी ने कहा कि नौ आतंकी ठिकानों पर हुई स्ट्राइक 'न्यूनतम' थी और उन्होंने यह जानना चाहा कि क्या इस ऑपरेशन में हर आतंकी मारा गया है.
वहीं अल्वी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''इससे बेहतर जवाब दिए जाने की जरूरत है. यह न्यूनतम है. हमारे बलों ने वही किया जो भारत सरकार ने उन्हें करने को कहा था, लेकिन सवाल फिर उठता है. क्या हर एक आतंकवादी मारा गया? क्या एक और पहलगाम नहीं होगा?''
Incorrigible Congress asks for proof of air strikes once again, refuses to believe India’s Defence Forces on #OperationSindoor
— Kanchan Gupta 🇮🇳 (@KanchanGupta) May 7, 2025
Congress leader Rashid Alvi says, "Much better reply needs to be given, this is bare minimum. Our forces did what govt of India told them to do, but the… pic.twitter.com/uxdu1c4OHF
'अगर मोदी जी की बात सच है, तो यह अच्छा है' - अल्वी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बयान पर टिप्पणी करते हुए आगे अल्वी ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने कहा है कि आतंकवादियों की बची हुई जमीन को नष्ट कर दिया जाएगा... अगर ऐसा हुआ है, तो यह अच्छा है.'' लेकिन उनके इस बयान ने कांग्रेस को एक बार फिर असहज स्थिति में ला दिया है, क्योंकि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना की सराहना कर चुका है.
कंचन गुप्ता का पलटवार
इसके अलावा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने अल्वी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, ''बेईमान कांग्रेस एक बार फिर हवाई हमलों के सबूत मांग रही है. ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय रक्षा बलों की बात पर विश्वास करने से इनकार कर रही है.''
पहले भी उठा चुकी है कांग्रेस ऐसे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस नेता हवाई हमलों या सैन्य कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. इसी सप्ताह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे. इससे पहले 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सबूत की मांग की थी, जिससे पार्टी को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था.
आयात प्रतिबंध पर भी कर चुके हैं विवादित टिप्पणी
बताते चले कि राशिद अल्वी हाल ही में उस समय भी चर्चा में आए थे जब उन्होंने पाकिस्तान से आयात-निर्यात बंद करने के फैसले को 'दिखावटी कदम' बताया था. उन्होंने कहा था, ''ये सभी दिखावटी कदम हैं... वास्तव में, निर्यात और आयात बंद करने से हमें अधिक नुकसान होता है.''