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India Daily

चाइनीज मिसाइल ने पाकिस्तान की कराई इंटरनेशनल बेइज्जती, HQ-9BE राजस्थान में गिरकर हुई फुस्स

इस घटना को भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखा जा रहा है. चीनी मिसाइल तकनीक का विश्लेषण करने से भारत को न केवल इसकी कमजोरियों का पता लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि अपनी रक्षा प्रणालियों को और मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी. DRDO के एक अधिकारी ने कहा, "यह मिसाइल हमारे लिए एक तकनीकी खजाना है, जिसका विश्लेषण हमारी रक्षा रणनीति को नई दिशा दे सकता है."

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Edited By: Mayank Tiwari
चीन का विफल HQ-9BE मिसाइल राजस्थान में दुर्घटनाग्रस्त
Courtesy: Social Media

पाकिस्तान ने अपनी हवाई रक्षा को मजबूत करने के लिए चीन निर्मित HQ-9BE मिसाइल पर भरोसा जताया. लेकिन हाल ही भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह साबित कर दिया कि पाकिस्तान का यह 'चाइनीज माल' भारत की सैन्य ताकत के सामने पूरी तरह फेल रहा. भारत ने अपनी बेहतर मिसाइलों और रणनीति के दम पर पाकिस्तान की हवाई रक्षा को ध्वस्त करते हुए चुन-चुनकर मिसाइलें गिराईं. दरअसल,  चीन का एक HQ-9BE मिसाइल राजस्थान में लगभग पूरी तरह से अक्षत अवस्था में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विफल मिसाइल को अब DRDO की सुविधा में ले जाया जाएगा, जहां इसका तकनीकी विश्लेषण किया जाएगा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के एक क्षेत्र में यह चीनी मिसाइल अचानक दुर्घटनाग्रस्त हुई. शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह मिसाइल अपनी तकनीकी खराबी के कारण टारगेट तक नहीं पहुंच सकी और लगभग बिना किसी बड़े नुकसान के जमीन पर गिर गई. स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया और मिसाइल को कब्जे में लिया. 

अब DRDO करेगा तकनीकी विश्लेषण

फिलहाल, मिसाइल को अब DRDO की एक विशेष सुविधा में ले जाया जा रहा है. यहां डिफेंस एक्सपर्ट इसकी संरचना, तकनीक और डिज़ाइन का गहन अध्ययन करेंगे. DRDO के वैज्ञानिक इस मिसाइल के सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और अन्य महत्वपूर्ण घटकों की जांच करेंगे, ताकि इसकी विफलता के कारणों और इसकी तकनीकी क्षमताओं को समझा जा सके.