Odisha Communal Violence: ओडिशा के भद्रक जिले में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद हिंसा भड़क गई. मामले की गंभीरता को समझते हुए गृह विभाग की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि हिंसा के मद्देनजर अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए सभी सेवा प्रदाताओं की मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, सोशल मीडिया और इंटरनेट डेटा सेवाओं तक पहुंच बंद कर दी गई है.
एक 'आपत्तिजनक' सोशल मीडिया पोस्ट पर कथित पुलिस निष्क्रियता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. कहा जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन भद्रक टाउन पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर संथिया के पास हिंसक हो गया, जब स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें शुक्रवार को तीन लोग घायल हो गए.
#WATCH | Odisha | Security heightened in Bhadrak as some of the police personnel got injured in the stone pelting incident in the city. (27/09) pic.twitter.com/nwBQ8OkxVM
— ANI (@ANI) September 28, 2024Also Read
घायलों में भद्रक टाउन थाने के आईआईसी अजय सुदर्शन, एसआई रोजेन मुर्मू और भद्रक सिटी डीएसपी अंशुमान द्विवेदी शामिल हैं. सुदर्शन और मुर्मू के सिर में चोटें आईं, जबकि द्विवेदी के पैर में चोट आई है. भद्रक जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जिससे अनिश्चित काल के लिए सभाओं, बैठकों और प्रदर्शनों पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है.
उपजिलाधिकारी मनोज पात्रा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि किसी भी प्रकार का जमावड़ा, सभा, बैठक, आंदोलन पूरी तरह प्रतिबंधित है... इसका उल्लंघन जिला प्रशासन द्वारा गंभीरता से लिया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, परेशानी तब शुरू हुई जब निवासियों के एक समूह ने सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. जब पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्रवाई करने में विफल रही, तो लगभग 50 लोगों ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए दोपहर में एक रैली का आयोजन किया.
बताया जा रहा है कि जैसे ही प्रदर्शनकारी भद्रक शहर के बाहरी इलाके संथिया पहुंचे, पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें शहर में प्रवेश न करने की सलाह दी. जवाब में, प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और सड़क को अवरुद्ध कर दिया.