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India Daily

अब मसूरी जानें से पहले कराना होगा प्री-रजिस्ट्रेशन, बिना QR कोड के इन जगहों पर नहीं मिलेगी एंट्री

2024 में मसूरी आने वाले पर्यटकों की संख्या 21 लाख पार कर गई, जिससे ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था बढ़ी. पर्यटन विभाग अब पीक सीजन में पर्यटकों के लिए प्री-रजिस्ट्रेशन और QR कोड आधारित एंट्री सिस्टम लाने की योजना पर काम कर रहा है.

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Edited By: Km Jaya
Mussoorie tourism control
Courtesy: Social Media

उत्तराखंड के लोकप्रिय हिल स्टेशन मसूरी में बढ़ती पर्यटक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्यटन विभाग एक प्री-रजिस्ट्रेशन सिस्टम शुरू करने की योजना बना रहा है. यह प्रणाली विशेष रूप से पीक ट्रैवल सीजन गर्मियों, सर्दियों की छुट्टियों और लंबे वीकेंड के दौरान लागू की जाएगी.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि 2022 में जहां मसूरी में 11 लाख पर्यटक आए थे, वहीं 2024 में यह संख्या दोगुनी होकर 21 लाख से अधिक हो गई. इतनी बड़ी भीड़ से यातायात और व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. खासकर गांधी चौक से मॉल रोड तक घंटों तक ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है. इस साल जून में भीड़ में फंसे एक दिल्ली निवासी की इलाज के अभाव में मौत भी हो चुकी है.

तीन एंट्री पॉइंट पर होगी निगरानी

इस प्रणाली के तहत तीन मुख्य प्रवेश बिंदु किमाड़ी, केम्प्टी फॉल और कुथल गेट पर कैमरे और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर लगाए जाएंगे. यदि किसी पर्यटक ने पूर्व-पंजीकरण नहीं कराया होगा या उसके पास वैध QR कोड नहीं होगा, तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

कैसे होगा प्री-रजिस्ट्रेशन

  • पर्यटकों को एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा जिसमें यात्रा की तारीख, संख्या, वाहन संख्या, ठहराव की जगह और संपर्क जानकारी देनी होगी.
  • भारतीय पर्यटकों को मोबाइल OTP और विदेशी नागरिकों को ईमेल के जरिए सत्यापन मिलेगा.
  • पंजीकरण के बाद एक QR कोड जेनरेट होगा, जिसे एंट्री पॉइंट पर स्कैन किया जाएगा.


स्थानीय हितधारकों से बातचीत

पर्यटन विभाग ने शुक्रवार को स्थानीय होटल मालिकों और हितधारकों के साथ बैठक की और योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने बार-बार ट्रैफिक जाम और भीड़ से हो रही परेशानियों पर चिंता जताई. धीरज गर्ब्याल ने बताया कि यह सिस्टम अभी विचाराधीन है और पहले इसका ट्रायल पीक सीजन में किया जाएगा. इसके बाद जरूरत पड़ी तो इसे परमानेंट तौर पर लागू किया जा सकता है. इसके साथ ही, कोर्ट के निर्देश पर मॉल रोड पर चल रहे निर्माण कार्य को भी रोक दिया गया है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था और भी प्रभावित न हो.