उत्तराखंड के लोकप्रिय हिल स्टेशन मसूरी में बढ़ती पर्यटक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्यटन विभाग एक प्री-रजिस्ट्रेशन सिस्टम शुरू करने की योजना बना रहा है. यह प्रणाली विशेष रूप से पीक ट्रैवल सीजन गर्मियों, सर्दियों की छुट्टियों और लंबे वीकेंड के दौरान लागू की जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि 2022 में जहां मसूरी में 11 लाख पर्यटक आए थे, वहीं 2024 में यह संख्या दोगुनी होकर 21 लाख से अधिक हो गई. इतनी बड़ी भीड़ से यातायात और व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. खासकर गांधी चौक से मॉल रोड तक घंटों तक ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है. इस साल जून में भीड़ में फंसे एक दिल्ली निवासी की इलाज के अभाव में मौत भी हो चुकी है.
इस प्रणाली के तहत तीन मुख्य प्रवेश बिंदु किमाड़ी, केम्प्टी फॉल और कुथल गेट पर कैमरे और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर लगाए जाएंगे. यदि किसी पर्यटक ने पूर्व-पंजीकरण नहीं कराया होगा या उसके पास वैध QR कोड नहीं होगा, तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
पर्यटन विभाग ने शुक्रवार को स्थानीय होटल मालिकों और हितधारकों के साथ बैठक की और योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने बार-बार ट्रैफिक जाम और भीड़ से हो रही परेशानियों पर चिंता जताई. धीरज गर्ब्याल ने बताया कि यह सिस्टम अभी विचाराधीन है और पहले इसका ट्रायल पीक सीजन में किया जाएगा. इसके बाद जरूरत पड़ी तो इसे परमानेंट तौर पर लागू किया जा सकता है. इसके साथ ही, कोर्ट के निर्देश पर मॉल रोड पर चल रहे निर्माण कार्य को भी रोक दिया गया है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था और भी प्रभावित न हो.