Himachal Pradesh floods: भारतीय जनता पार्टी यानी BJP की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने रविवार को मंडी जिले के बारिश से तबाह इलाकों का दौरा किया और आपदा राहत को लेकर दिए गए अपने बयान पर कायम रहीं. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका “कैबिनेट पोस्ट नहीं है, और फंड नहीं हैं.” वाला बयान कोई विवादित टिप्पणी नहीं, बल्कि उनके विचारों की अभिव्यक्ति थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना ने मीडिया से कहा, “मैंने लोगों को वही सच्चाई बताई जो मेरे हाथ में है और जो नहीं है. एक सांसद के तौर पर हमारी सीमाएं होती हैं, और हमारी जिम्मेदारी केंद्र से फंड लाने और मांग उठाने की होती है.” उन्होंने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग करेंगी.
हिमाचल में भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें मंडी जिले में ही 14 मौतें हुई हैं. यहां 31 लोग लापता हैं, और बचाव अभियान जारी है.
बीजेपी सांसद ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों को अभी तक कोई मदद नहीं मिली है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने उनके दो वाक्यों को लेकर उन्हें निशाना बनाया जबकि असली सवाल यह है कि राज्य सरकार ने फंड का कैसे उपयोग किया.
कंगना ने कहा, “मैंने ये नहीं कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकती. मैंने कहा कि मेरे पास आपदा राहत फंड नहीं है, और मैं कैबिनेट में नहीं हूं. हमारा काम संसद तक सीमित है, लेकिन मैं केंद्र से मदद लाने की पूरी कोशिश कर रही हूं.”
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में 150 से अधिक घर, 106 पशुशालाएं, 14 पुल और कई सड़कें नष्ट हो गई हैं. 200 से ज्यादा सड़कें अब यातायात के लिए बंद हैं और 278 बिजली आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं. 236 ट्रांसफॉर्मर भी खराब हो चुके हैं. कुल 164 पशुओं की जान गई है. कंगना रनौत का यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रदेश में हालात बेहद गंभीर हैं और पीड़ितों को तुरंत सहायता की जरूरत है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह जनता के साथ हैं और यथासंभव प्रयास करेंगी कि राहत केंद्र सरकार से मिले.