Lok Sabha Elections 2024: तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले के पद्मराजन टायर मरम्मत की दुकान के मालिक है. जिन्हें इलेक्शन किंग के नाम से जाना जाता है. के पद्मराजन एक बार फिर राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने जा रहे है. इस बार धर्मपुरी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में वह चुनावी मैदान में किस्मत आजमाएंगे. इससे पहले वो पीएम मोदी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कई मुख्यमंत्रियों-मंत्रियों के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं.
पद्मराजन के पास चुनाव लड़ने का एक अनोखा ट्रैक रिकॉर्ड है. उन्होंने पंचायत से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक 238 इलेक्शन लड़ चुके है लेकिन कभी जीत नहीं पाए है. चुनाव लड़ने के मामले में पद्मराजन का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और दिल्ली बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में चुनावी इतिहास में दर्ज है. अपनी हार को लेकर पद्मराजन का मानना है कि लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अवसर मिलना चाहिए.
के पद्मराजन ने कहा 'अब तक मैंने अटल बिहारी वाजपेयी, पीवी नरसिम्हा राव, जे जयललिता, एम करुणानिधि, एके एंटनी, वायलार रवि, बीएस येदियुरप्पा, एस बंगारप्पा, एसएम कृष्णा, विजय माल्या, सदानंद गौड़ा और अंबुमणि रामदास के खिलाफ चुनाव लड़ चुका हूं. मैं कुल मिलाकर छह बार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ चुका हूं. मैं जीतना नहीं चाहता, बल्कि केवल हारना चाहता हूं, क्योंकि आप जीत का स्वाद केवल एक निश्चित समय के लिए ही चख सकते हैं, लेकिन आप हार हमेशा के लिए झेल सकते हैं.'
अभी तक के चुनाव में के पद्मराजन ने लगभग 1 करोड़ रुपये खर्च कर चुके है. के पद्मराजन अपनी टायर मरम्मत की दुकान से होने वाली कमाई से चुनाव लड़ने की बात कह रहे है. भारत के सबसे ज्यादा चुनाव हारने वाले उम्मीदवार के तौर पर उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हैं. पद्मराजन अब तक 5 बार राष्ट्रपति, 5 बार उपराष्ट्रपति, 32 बार लोकसभा, 72 बार विधानसभा, 3 बार MLC और एक बार मेयर समेत कई चुनाव लड़ चुके हैं.