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Lok Sabha Election 2024: एक अनार सौ बीमार! दिल्ली में कांग्रेस के खाते में आई तीन सीटों पर कितने दावेदार?

Lok Sabha Election 2024: आप और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूला तैयार हो गया है.कांग्रेस के खाते में आई चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली की लोकसभा सीटों पर दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. जिसमें कई बड़े नाम शामिल है.

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Avinash Kumar Singh
Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: लंबी सियासी रस्साकशी के बाद आप और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूला तैयार हो गया है. तय फॉर्मूले के मुताबिक AAP दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और नयी दिल्ली लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी वहीं कांग्रेस चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली की सीट पर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेगी. 

कांग्रेस पार्टी के खाते में आई सीटों को लेकर कांग्रेस हाईकमान के बीच मैराथन मंथन का दौर जारी है.सियासी गलियारों में छनकर आ रही खबरों की मानें तो कांग्रेस पार्टी के अंदर दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. जिनमें से कुछ प्रमुख दावेदारों के नाम उभर कर सामने आये है. उत्तर पूर्व दिल्ली सीट पर कांग्रेस की ओर से संभावित उम्मीदवारों में खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित का नाम फिलहाल रेस में बढ़त बनाये हुए है. लवली के यहां से चुनाव लड़ने के पीछे की सियासी वजह यह है कि लवली जिस गांधी नगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतते रहे है वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. ऐसे में वह स्वभाविक दावेदारी बताते हुए चुनावी ताल ठोंक रहे है. 

संदीप दीक्षित की दावेदारी कितनी भारी?
 
वहीं दिल्ली की पूर्व CM शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित इस सीट से अपनी प्रबल दावेदारी को लेकर मुतमईन है. बेबाक छवि और दिल्ली कांग्रेस इकाई के बड़े नेता होने के साथ-साथ संदीप दीक्षित का जनता से सीधा कनेक्ट उनके उम्मीदवारी को पुख्ता करता है. 

संदीप दीक्षित पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 2004 और 2009 में सांसद चुने जा चुके है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस इकाई संगठन में उनकी सक्रियता और कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान उनके चेहरे पर भरोसा जता सकता है. 

सरप्राइजिंग नाम चुनावी लड़ाई को बना सकते है दिलचस्प 

इन दोनों के अलावा इस सीट पर सरप्राइजिंग नाम चौधरी मतीन और भीष्म शर्मा का हो सकता है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के इलेक्शन पॉलिटिकल मैनेजर किसी चौंकाने वाले नाम से इंकार नहीं कर रहे है. उत्तर पूर्व दिल्ली सीट से संभावित उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार का भी नाम सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है. इस सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं की अच्छी संख्या है और जो जीत हार को तय करते है. ऐसे में कांग्रेस की कोशिश समाजिक समीकरण पर मुफिद बैठने वाले चेहरे पे दांव लगाने की होगी. फिलहाल यहां से मनोज तिवारी बीजेपी के टिकट पर सांसद है. 

उत्तर-पश्चिम सीट को लेकर कांग्रेस का प्लान 

उत्तर-पश्चिम सीट की बात करें तो इस सुरक्षित सीट पर कांग्रेस की ओर से शीला दीक्षित सरकार में पूर्व लोक निर्माण विभाग मंत्री रहे राजकुमार चौहान, पूर्व सांसद डॉ. उदित राज, कृष्णा तीरथ और पूर्व विधायक सुरेन्द्र कुमार का उम्मीदवारों की लिस्ट में है. फिलहाल सूत्र इस बात की तस्दीक कर रहे है कि कांग्रेस ने प्रेशर पॉलिटिक्स के जरिये AAP से ली है. कांग्रेस पार्टी यहां के समीकरण के हिसाब से दलित नेता उदित राज को चुनावी मैदान में उतारने की योजना बना रही है. उदित राज 2014 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन 2019 में उन्होंने कांग्रेस के हाथ के साथ हो लिये. 

चांदनी चौक सीट पर कितने दावेदार 

चांदनी चौक सीट पर भी एक अनार और सौ बिमार वाली स्थिती है. एक अनार और सौ बीमार वाली स्थिति है. राजधानी दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीट होने के नाते कांग्रेस की कोशिश हैवीवेट उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारना है. जिससे सियासी संदेश देने के साथ-साथ बीजेपी के इस दुर्ग किले में सेंध लगाई जा सके. मुस्लिम और वैश्य बाहुल्य इस सीट पर पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं. उनके अलावा अलका लांबा और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे हारून यूसुफ भी संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में जगह बनाए हुए है. 

दिल्ली की सभी 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा 

बीते दो लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर बीजेपी जीत दर्ज करती आ रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में चादंनी चौक से हर्षवर्धन, उत्तर पूर्व दिल्ली से मनोज तिवारी, पूर्वी दिल्ली से गौतम गंभीर, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से हंस राज हंस, पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा और दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी ने बड़े अंतर से चुनाव जीतकर लोकसभा में आमद दर्ज करायी थी. ऐसे में इंडिया गठबंधन की कोशिश दिल्ली की सभी सात सीटों पर बड़ी जीत हासिल करने की होगी.