Lok Sabha Election 2024: पिछले दो दिनों से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की खबरें हैं. हालांकि, कमलनाथ की ओर से इस संबंध में कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से कांग्रेस छोड़ने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो अभी भी जारी है. पिछले 10 सालों में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने अलग-अलग मौकों पर पार्टी छोड़ी है. इनमें से कुछ बड़े चेहरे भाजपा की सरकारों में बड़े पदों पर काबिज हैं, तो कई भाजपा में संगठन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म यानी ADR की 2021 में एक रिपोर्ट सामने आई. रिपोर्ट में 2014 से लेकर 2021 तक चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के हलफनामों को खंगाला गया. निष्कर्ष निकला कि इनमें कई ऐसे नेता थे, जिन्होंने 2014 के बाद पार्टी बदल ली और दूसरी पार्टी से लोकसभा या फिर विधानसभा चुनाव लड़ा. रिपोर्ट में कहा गया कि इन 7 सालों में जितने नेताओं ने पार्टी बदली, उनमें से 35 फीसदी नेता भाजपा में शामिल हुए थे.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 3 फरवरी 2024 को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'न्याय संकल्प सम्मेलन' के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था. उन्होंने कहा था कि भाजपा विपक्ष के लोगों को डराकर सत्ता में बने रहना चाहती है. अब तक 411 विधायकों को खरीदा गया या फिर उन्हें डरा धमकाकर जेल में डाल दिया गया.
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान से जाहिर होता है कि उनके पार्टी के नेताओं ने किसी न किसी कारण पार्टी छोड़ी. हालांकि, 2014 से अब तक जिन कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन की, उनकी लिस्ट काफी लंबी है, लेकिन हम आपको कुछ बड़े चेहरों के बारे में बता रहे हैं, जो कभी कांग्रेस में थे और आज वे भाजपा का हिस्सा हैं. इनमें से अधिकतर नेताओं ने 2019 के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा. इनमें से तो कुछ नेता ऐसे भी हैं, जो कभी भाजपा के धुर विरोधी हुआ करते थे.
अल्पेश ठाकोर: गुजरात से कभी कांग्रेस के नेता रहे ठाकोर 2019 के बाद भाजपा में शामिल हुए. 2022 में गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें जीत मिली और वे गांधीनगर दक्षिण सीट से भाजपा के विधायक हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया: मध्य प्रदेश से कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा में हैं. वे केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं. 2020 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया था.
जितिन प्रसाद: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता और कभी राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद ने 2021 में कांग्रेस छोड़ी थी. वे फिलहाल योगी आदित्यनाथ की सरकार में मंत्री हैं.
आरपीएन सिंह: यूपी से आने वाले आरपीएन सिंह कभी कांग्रेस में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालते थे. उन्होंने 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था. भाजपा ने उन्हें हाल ही में राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है.
सुनील जाखड़: पंजाब कांग्रेस में कभी कद्दावर नेता रहे सुनील जाखड़ अब भाजपा का हिस्सा हैं. उन्होंने 2022 में कांग्रेस छोड़ी थी. जुलाई 2023 में भाजपा ने उन्हें पंजाब का चीफ बनाया था.
हार्दिक पटेल: पाटीदार आंदोलन से उभरे हार्दिक पटेल कभी कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी. 2022 में हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल हुए थे. अब वे गुजरात भाजपा के विधायक हैं.
अनिल एंटनी: देश के पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेताओं में से एक एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने 2023 में कांग्रेस छोड़ दिया था और भाजपा में शामिल हुए थे. फिलहाल, वे भाजपा के राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.
अशोक चव्हाण: कांग्रेस के कद्दावर नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं. भाजपा ने उन्हें महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.
सुष्मिता देव: महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सुष्मिता देव ने 2021 में कांग्रेस छोड़ दिया और टीएमसी में शामिल हो गईं. फिलहाल, वे टीएमसी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. पार्टी ने हाल ही में उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.
कपिल सिब्बल: कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे कपिल सिब्बल ने 2022 में कांग्रेस छोड़ दिया था. उन्हें समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा भेजा था.
गुलाम नबी आजाद: कांग्रेस सीनियर नेताओं में से एक आजाद ने 2022 में इस्तीफा दिया था. उन्होंने अपनी पार्टी बनाई है, जिसका नाम डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी रखा है.
मिलिंद देवड़ा: महाराष्ट्र कांग्रेस के सदस्य रहे मिलिंद देवड़ा ने हाल ही में पार्टी छोड़ी थी. कांग्रेस छोड़ने के बाद वे एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना में शामिल हुए हैं. उन्हें भी राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह: पंजाब के पूर्व सीएम ने 2021 में कांग्रेस छोड़ा था. बाद में बीजेपी में शामिल हुए.
एसएम कृष्णा: कर्नाटक के पूर्व सीएम ने 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था.
विजय बहुगुणा: उत्तराखंड के पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे.
गिरिधर गमांग: ओडिशा के पूर्व सीएम गिरिधर गमांग ने 2015 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था.
जगदंबिका पाल: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम जगदंबिका पाल ने 2014 में कांग्रेस छोड़ी थी और बाद में भाजपा का हिस्सा बने थे.
पेमा खांडू: साल 2016 में पेमा खांडू ने भाजपा का दामन थामा था.
दिगंबर कामत: गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने 2022 में दूसरी बार कांग्रेस छोड़ा था और भाजपा में शामिल हुए थे.
नारायण दत्त तिवारी: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2017 में कांग्रेस छोड़ दिया था और भाजपा में शामिल हुए थे.
रवि नाइक: गोवा के पूर्व सीएम रवि नाइक ने दोबारा 2021 में कांग्रेस छोड़ा और भाजपा में शामिल हुए.
किरण कुमार रेड्डी: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने 2023 में कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन किया था.