कौन हैं 101 साल की योग गुरु Charlotte Chopin, पीएम मोदी ने योग दिवस पर किया जिक्र
International Yoga Day: PM नरेंद्र मोदी योग दिवस में शिरकत करने के लिए श्रीनगर में मौजूद हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान 101 साल की एक महिला का जिक्र किया है. पीएम मोदी ने फ्रांस की 101 साल की योग गुरु का Charlotte Chopin अपने भाषण में जिक्र किया था. चार्लोट को इस साल पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. चार्लोट फ्रांस की रहने वाली हैं.
Who Is Charlotte Chopin: आज यानी 21 जून को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय दिवस मना रहा है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग दिवस में शिरकत करने के लिए श्रीनगर में मौजूद हैं. पीएम मोदी ने भाषण देते समय योग गुरु चार्लोट चोपिन का जिक्र किया था. पीएम मोदी ने कहा, "भारत में इस साल फ्रांस की 101 साल की योग गुरु को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. वह कभी भारत नहीं आई लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित कर दिया."
पीएम मोदी आगे कहते हैं, "आज योग पर दुनिया भर के यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूशन में शोध हो रहा है." बता दें, 101 साल की फ्रांसीसी योग गुरु चार्लोट चोपिन (Charlotte Chopin) को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया है. चोपिन ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान प्राप्त किया है.
कौन हैं Charlotte Chopin
चार्लोट चोपिन फ्रांस की एक योग गुरु हैं. चेर (Cher)के एक छोटे से शहर लेरे (Lere) की रहने वाली हैं. उन्होंने 50 साल की उम्र में योग का अभ्यास शुरू किया. 101 साल की उम्र में, चोपिन अभी भी फ्रांस के लेरे में एक योग शिक्षक के रूप में काम करती हैं. उन्हें 50 साल की उम्र के बाद योग सीखकर आयु-सीमित मानदंडों को चुनौती देने के लिए सम्मानित किया गया है. बता दें, Charlotte Chopin फ्रेंच टीवी शो 'फ्रांस गॉट इनक्रेडिबल टैलेंट' में भी नजर आ चुकी हैं.
पीएम मोदी से भी की मुलाकात
चार्लोट चोपिन ने पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेरिस में मुलाकात भी की थी. इस मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी ने फ्रांस में योग को बढ़ावा देने में उनकी "गहरी आस्था को लेकर सराहना भी की थी. चार्लोट चोपिन ने योग करने से कैसे खुशी मिलती है इस पर भी अपने विचार शेयर किए थे. इसके साथ उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह (International Yoga Day) के कारण बढ़ती रुचि पर भी विचारों को भी साझा किया.