केरल में दो फेजेज में चुनाव हुए थे, जिसमें 1,199 स्थानीय निकायों के लिए डाले गए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई. इसमें सुबह 9.30 बजे तक सत्ताधारी LDF और विपक्षी UDF 261 और 228 ग्राम पंचायतों में आगे चल रहे थे. उम्मीद जताई जा रही है कि ये नतीजे 2026 में केरल विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक पार्टियों और मोर्चों के चुनाव प्रचार की दिशा तय करेंगे.
सुबह 10 बजे तक के रुझानों की बात करें तो राज्य चुनाव आयोग ने जो रुझान शेयर किए हैं उनके अनुसार, सत्ताधारी LDF, विपक्षी UDF और NDA की अलग-अलग ग्राम पंचायत, ब्लॉक पंचायत, नगर पालिका और कॉर्पोरेशन वार्डों में आगे चल रहे थे.
कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF की बात करें तो यह पार्टी 387 वार्डों पर आगे चल रही है. CPI(M) के नेतृत्व वाला LDF 283 वार्डों पर आगे है. वहीं, BJP के नेतृत्व वाला NDA 71 वार्डों पर आगे है. वहीं, अन्य 59 वार्डों पर आगे हैं. इसके अलावा trend.sec.kerala.gov.in पर भी केरल स्थानीय निकाय चुनावों के रुझान दिखाए गए हैं.
बता दें कि यह गिनती 244 केंद्रों और 14 जिला कलेक्ट्रेट पर की जा रही है. तिरुवनंतपुरम, पलक्कड़ और वडाकरा समेत कुछ काउंटिंग सेंटर्स पर बूथ एजेंटों और उम्मीदवारों को प्रवेश देने को लेकर कुछ मुद्दे थे. जो-जो पंचायत सदस्य और नगर पालिका पार्षद जीतेंगे उनका शपथ ग्रहण समारोह 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे होगा. वहीं, कॉर्पोरेशन पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 21 दिसंबर को सुबह 11 बजे होगा.
2020 के चुनावों में, लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) को पूरे राज्य में जबरदस्त जनादेश मिला. इस दौरान कुल वोटर टर्नआउट 76.2% रहा, जो 2015 से 1.5% की गिरावट पर था. LDF की बात करें तो इसका 40.2% वोट शेयर था. इन्होंने 514 ग्राम पंचायतें, 108 ब्लॉक पंचायतें, 11 जिला पंचायतें, 43 नगरपालिकाएं और 5 कॉर्पोरेशन जीते थे.
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) का वोट शेयर 37.9% था. इन्होंने 321 ग्राम पंचायतें, 38 ब्लॉक पंचायतें, 3 जिला पंचायतें, 41 नगरपालिकाएं और 1 कॉर्पोरेशन जीता था. नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) का वोट शेयर 15% था. इन्होंने 19 ग्राम पंचायतों और 2 नगरपालिकाओं के साथ सीमित सफलता मिली.