menu-icon
India Daily

J-K Assembly Elections: अफजल गुरू और इंजीनियर राशिद के भाई, अंतिम चरण के अहम चेहरे

Jammu and Kashmir assembly election: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के आखिरी फेज में संसद हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरु के बड़े भाई एजाज अहमद गुरु भी चुनावी मैदान में है. एजाज गुरु सोपोर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं. नॉर्थ कश्मीर की लंगेट सीट से इंजीनियर राशिद के भाई खुर्शीद अहमद शेख चुनाव लड़ रहे हैं. 

auth-image
India Daily Live
Jammu and Kashmir assembly election
Courtesy: Social Media

जम्मू-कश्मीर में आज विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण है. जम्मू-कश्मीर में करीब 40 लाख लोग मंगलवार को 415 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करने के लिए अपने वोट डालेंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक, आखिरी फेज 415 कैंडिडेट्स मैदान में हैं. इनमें 387 पुरुष और 28 महिला उम्मीदवार हैं. मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा.थर्ड फेज में 169 कैंडिडेट्स करोड़पति और 67 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं. जम्मू के नगरोटा से बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह राणा की सबसे ज्यादा 126 करोड़ संपत्ति है.

आखिरी फेज में संसद हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरु के बड़े भाई एजाज अहमद गुरु भी चुनावी मैदान में है. एजाज गुरु सोपोर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं. नॉर्थ कश्मीर की लंगेट सीट से इंजीनियर राशिद के भाई खुर्शीद अहमद शेख चुनाव लड़ रहे हैं. 

खुर्शीद अहमद शेख

इस विधानसभा चुनाव में इंजीनियर रशीद की काफी चर्चा है. घाटी में उभरे रशीद को कितनी सीटें मिलती हैं इसपर सभी की निगाहें हैं. कुपवाड़ा जिले की लंगेट सीट से रशीद के भाई खुर्शीद अहमद शेख चुनावी मैदान में हैं. सांसद होने से पहले लगातार दो दफा इंजीनियर रशीद इसी सीट से चुने जाते रहे. अब उनके भाई यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. खुर्शीद का मुकाबला सज्जाद लोन की पार्टी के कैंडिडेट इरफान पंडितपुरी और पीडीपी के सईद गुलाम नबी से है.

एजाज अहमद गुरु 

संसद हमले का दोषी अफजल गुरु के भाई एजाज अहमद गुरु सोपोर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.  एजाज गुरु पशुपालन विभाग में काम चुके हैं और 2014 में VRS ली थी. फिलहाल वे एक ठेकेदार के रूप में काम कर रहे हैं. बता दें कि दिसंबर 2001 में संसद पर हमले की साजिश रचने के जुर्म में अफजल गुरु को 9 फरवरी 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी. सोपोर सीट अलगाववादी नेताओं का गढ़ मानी जाती रही है. आतंकवादी गतिविधियों के कारण सीट पर मतदान भी कम रहा है. अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी इस सीट से तीन बार चुने गए.

सज्जाद गनी लोन 

सज्जाद गनी लोन कुपवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. लोन दिवंगत कश्मीरी अलगाववादी नेता अब्दुल गनी लोन के बेटे और जम्मू कश्मीर पीप्लस कांफ्रेंस के मुखिया हैं. 2014 के विधासनभा चुनाव में सज्जाद लोन कुपवाड़ा जिले की हंदवाड़ा सीट से विधायक चुने गए थे. सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. नेशनल कांफ्रेंस ने नासिर असलम वानी को चुनावी मैदान में उतारा है. जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस ने सज्जाद गनी लोन और PDP ने मीर मोहम्मद फयाज उम्मीदवार बनाया है.

शाम लाल शर्मा 

शर्मा जम्मू उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ये सीट परिसीमन के बाद ही वजूद में आई है. यहां से उनका मुकाबला नेशनल कांफ्रेंस के अजय साधोत्रा से है. साधोत्रा नेशनल कांफ्रेंस के टिकट पर मार्ह विधानसभा से 1996 और 2002 में विधायक चुने जाते रहे हैं.

रमन भल्ला 

रमन भल्ला आरएस पोरा से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. भल्ला दो बार जम्मू जिले के अंतर्गत आने वाली गांधीनगर सीट से विधायक चुने जा चुके हैं. जम्मू कश्मीर की चुनिंदा सीटें जहां बीजेपी पिछले दो विधानसभा चुनाव से जीत दर्ज कर रही है, उनमें से एक आरएस पोरा है. भल्ला का सामना यहां बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव नरिंदर सिंह रैना से है. रैना के अलावा भल्ला के लिए यहां दूसरी मुसीबत चौधरी घारु राम हैं जो इस चुनाव में गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं.