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India Daily

नीला ड्रम ,मेघालय हनीमून मर्डर से लेकर लूव्र हीस्ट..साल 2025 के 5 हिला देने वाले क्राइम

2025 के पांच खौफनाक अपराध- मेरठ का नीला ड्रम हत्याकांड, मेघालय का हनीमून मर्डर, ईरान की ब्लैक विडो सीरियल किलर, लूव्र हीस्ट और पानीपत का जलन मर्डर. हर केस इंसानी लालच, शक, धोखे और टूटते रिश्तों की कड़वी सच्चाई उजागर करता है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
sonam raghuwanshi - muskan india daily
Courtesy: social media

अपराध हमेशा अचानक नहीं होता. कई बार वह धीरे-धीरे लोगों की जिंदगी के भीतर पनपता है- किसी के लालच से, किसी की गलत चाहत से, और किसी की नियति से. 

देश-दुनिया में ऐसे कई मामले हुए हैं, जो सिर्फ पुलिस फाइलों में नहीं, बल्कि लोगों की यादों में भी दहशत बनकर रह गए. आज हम पांच ऐसी ही घटनाओं की कहानी आपके सामने रख रहे हैं, जो इंसानी रिश्तों की कड़वी सच्चाई को उजागर करती हैं.

मेरठ का ‘नीला ड्रम’ हत्याकांड

मेरठ में एक परिवार के लिए शुरू हुआ मामूली-सा शक, धीरे-धीरे खौफनाक गुत्थी में बदल गया. एक नीले ड्रम में मिली लाश ने पूरे शहर को दहला दिया. पुलिस जब मामले की तह में पहुंची, तो सामने आया कि यह कहानी सिर्फ हत्या की नहीं, बल्कि भरोसे, लालच और निजी दुश्मनी की उलझी परतों से बनी थी.

कातिल कोई बाहरी नहीं था- वही था जो पीड़ित की जिंदगी में रोज आता-जाता था. रिश्तों का विश्वास टूटने की आवाज कई बार सुनाई नहीं देती, बस अंत में ऐसी खामोशी छोड़ जाती है जिसकी गूंज लंबे समय तक रहती है.

मेघालय का ‘हनीमून मर्डर’

मेघालय के खूबसूरत पहाड़ इस घटना के बाद कई दिनों तक दहशत से भरे रहे. एक नवविवाहित जोड़ा हनीमून पर गया, लेकिन पत्नी ही पति की मौत का कारण बन गया. योजनाबद्ध तरीके से रचा गया यह अपराध सिर्फ एक हत्या नहीं था- यह रिश्ता बनने से पहले ही उसके टूट जाने की कहानी थी.

जांच में खुलासा हुआ कि विवाह केवल एक बहाना था. असली मकसद था संपत्ति, आजादी और निजी स्वार्थ की पूर्ति. इस केस ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कुछ मुस्कानें भी नकाब होती हैं.

ईरान की ‘ब्लैक विडो’- खूबसूरती की आड़ में मौत का खेल

ईरान में सामने आया यह केस दुनिया भर में सुर्खियां बन गया. 'ब्लैक विडो' नाम इसलिए पड़ा क्योंकि जिस तरह एक मकड़ी अपने साथी को जाल में फंसाकर खत्म कर देती है, उसी तरह इस महिला ने भी आकर्षण को हथियार बनाकर कई लोगों की जान ली.

वह पहले दोस्ती करती, भरोसा जीतती और फिर छोटी-सी गलती, लालच भरी योजना या बोला गया झूठ इन सबके पीछे से मौत बाहर निकल आती. अदालतों ने इसे आधुनिक समय की सबसे खतरनाक हत्यारिनों में से एक बताया. इस केस ने यह भी दिखाया कि अपराध हमेशा गुस्से में नहीं, कई बार पूरी तैयारी से, बेहद ठंडे दिमाग से किया जाता है.

लूव्र हीस्ट- दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह से चोरी की कहानी

फ्रांस का मशहूर लूव्र म्यूजियम, जिसे दुनिया की सबसे सुरक्षित जगहों में गिना जाता है, वहां से एक बहुमूल्य कलाकृति गायब हो जाना किसी फिल्म की कहानी जैसा लगता है. लेकिन यह वास्तविकता थी.

चोरी के पीछे कोई साधारण चोर नहीं था- यह एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह था, जो महीनों तक म्यूजियम की सुरक्षा प्रणाली का अध्ययन करता रहा. हर कदम सोचा-समझा, हर मूवमेंट प्लान्ड, और हर पल परफेक्ट टाइमिंग का खेल.

यह केस इसलिए खास है क्योंकि इसमें किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया गया, लेकिन दुनिया की संस्कृति और कला के सबसे कीमती हिस्से को निशाना बनाया गया. बाद में इंटरपोल की मदद से कुछ सूत्र मिले, लेकिन चोरी किया गया आर्टवर्क लंबे समय तक रहस्य बना रहा.

पानीपत का जलन मर्डर केस

हर अपराध का एक मनोवैज्ञानिक चेहरा होता है, और पानीपत के इस मामले में वह चेहरा था- शक. एक युवक को लगता था कि उसकी गर्लफ्रेंड उससे दूर जा रही है. यह शक धीरे-धीरे जलन में बदला और जलन ने रिश्ते को ऐसा मोड़ दिया जहां से वापसी संभव नहीं थी.

झगड़े के बाद गुस्से में उसने वह कदम उठा लिया जिसने न केवल एक जिंदगी ली, बल्कि अपनी भी बरबाद कर दी. पुलिस रिकॉर्ड में यह ‘लव एंगर क्राइम’ के तौर पर दर्ज हुआ. इस केस ने यह सवाल उठाया कि रिश्तों में शक कहां तक जायज है और कब वह अपराध की नींव बन जाता है.

अपराध की इन पांच तस्वीरों का एक ही सच

इन सभी मामलों में एक चीज समान है- अपराध अचानक नहीं होता. कहीं लालच था, कहीं धोखा, कहीं ईगो, कहीं जलन, और कहीं भरोसे का ऐसा टूटना जिसने इंसान को इंसान नहीं रहने दिया. पुलिस रिकॉर्ड इन पांचों मामलों को 'केस बंद' कहकर फाइल में रख सकता है, लेकिन समाज के लिए वे अब भी अनकहे सवाल बनकर खड़े हैं.