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India Daily

UP: आगरा में 111.5 करोड़ की लागत से बनेगा इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर, किसानों की जिंदगी में क्या बदलेगा?

International Potato Center: केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के आगरा में पेरू स्थित अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (CIP‑SARC) स्थापित करने की मंजूरी दे दी है. यह केंद्र आगरा‑सींगना में स्थापित किया जाएगा, जिसे आलू व्यापार का प्रमुख केंद्र माना जाता है. इसका उद्देश्य आलू की उत्पादन क्षमता, कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन को बढ़ाना है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
आलू
Courtesy: web

पेरू स्थित इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर (CIP) का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केन्द्र (CIP‑SARC) आगरा के सिंगना में स्थापित किया जाएगा. इसके लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने बताया कि आगरा को आलू व्यापार का प्रमुख केंद्र माना जाता है, इसी कारण से इसे केन्द्र के लिए चुना गया है. इस अनुसंधान केंद्र पर कुल अनुमानित खर्च 111.5 करोड़ रुपये आएगा.

भंडारण के लिए सबसे उपयुक्त है आगरा

आगरा आलू उत्पादकता, भंडारण एवं मार्केटिंग की दृष्टि से बेहद उपयुक्त स्थल है. इस कदम से न केवल भारत में, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में आलू की उत्पादकता, कटाई‐बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन में सुधार आएगा. नए केंद्र से उच्च उपज देने वाली, पोषक तत्वों से भरपूर और जलवायु-लचीली आलू किस्मों का विकास संभव होगा. यह वैज्ञानिक शोध कृषि नवाचार और वैश्विक ज्ञान तक किसानों की पहुँच को भी मजबूत बनाएगा.

क्या है इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर का मुख्य उद्देश्य

इसका मुख्य उद्देश्य आलू और शकरकंद जैसी फसलों की खेती को प्रोत्साहित करना है. इसके माध्यम से किसानों की आमदनी में वृद्धि, लोगों को पोषण से भरपूर भोजन की उपलब्धता और नए रोजगार के अवसरों मिलेगा. केंद्र में उन्नत बीजों का विकास, फसल को कीटों से बचाने की तकनीकों, आधुनिक कृषि विधियों और किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. साथ ही विकासशील और पोषक तत्वों से भरपूर आलू व शकरकंद की नई किस्में डेवलप की जाएंगी. इससे विज्ञान और नवाचार पर आधारित रिसर्च दक्षिण एशिया और भारत में खाद्य सुरक्षा, किसानों की आय व रोजगार सृजन को मजबूती मिलेगी. 

रणनीति के तहत चुना गया आगरा

आलू क्षेत्र का उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ट्रांसपोर्ट और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में हजारों रोजगार पैदा करने की क्षमता है. आगरा मंडी को आलू की बेंचमार्क मंडी कहा जाता है.आगरा में यह केंद्र खोलने की मंजूरी मिलने के पीछे सोचा-समझा रणनीतिक कारण है. दरअसल उत्तर प्रदेश आलू उत्पादन में देश में शीर्ष पर है. वर्ष 2024‑25 में देश में कुल 595 लाख टन आलू की पैदावार में उत्तर प्रदेश का योगदान लगभग 202 लाख टन रहा था.

आलू उद्योग का प्रमुख केंद्र है आगरा

आगरा आलू उद्योग का प्रमुख केंद्र है, जहां से दाम तय होते हैं. इसके साथ ही यहां पर सबसे बेहतर और अधिक कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. CIP की नई शाखा चीन में स्थापित उसके पहले एशिया‑केंद्र का अनुसरण करेगी, जो 2017 में यानचिंग (बीजिंग) में खोला गया था. भारत में बनने वाला यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान होगा. पहला वारणसी में IRRI‑SARC है, जो 2017 में स्थापित किया गया था. आगरा में CIP‑SARC के गठन का निर्णय सोच-समझकर एक रणनीति के तहत लिया गया. इससे भारत और दक्षिण एशिया में आलू की उपज, गुणवत्ता व व्यापार बढ़ेगा.