पिछले कुछ दिनों से देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर उड़ानों के रद्द होने और देरी के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है. इस बीच IndiGo ने यात्रियों की असुविधा को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है.
एयरलाइन ने घोषणा की है कि 5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई सभी उड़ानों का पूरा पैसा बिना किसी आवेदन के मूल भुगतान माध्यम में वापस कर दिया जाएगा. साथ ही होटल, भोजन और परिवहन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.
देशभर में जारी उथल-पुथल के बीच IndiGo ने कहा कि 5 से 15 दिसंबर के बीच कैंसिल हुई सभी फ्लाइट्स का रिफंड स्वतः प्रोसेस किया जाएगा. यात्रियों को इसके लिए कोई अलग अनुरोध नहीं करना होगा. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस अवधि के दौरान कैंसिलेशन और रीस्ड्यूलिंग पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, ताकि यात्रियों का तनाव कम किया जा सके.
एयरलाइन ने बताया कि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं या काफी समय तक विलंबित हैं, उनके लिए देशभर में हजारों होटल कमरे बुक किए गए हैं. साथ ही हवाईअड्डों पर भोजन, स्नैक्स और ग्रांउड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था भी की गई है. वरिष्ठ नागरिकों को जहां संभव हो, एयरपोर्ट लाउंज का एक्सेस भी दिया जा रहा है. कंपनी ने अव्यवस्था के लिए यात्रियों से माफी भी मांगी है.
— IndiGo (@IndiGo6E) December 5, 2025
शुक्रवार को उड़ान रद्दीकरण का स्तर चरम पर पहुंच गया. जहां बुधवार को केवल 85 उड़ानें रद्द हुई थीं, वहीं गुरुवार को यह संख्या 550 पहुंची और शुक्रवार को 750 से अधिक उड़ानें कैंसिल कर दी गईं. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद सबसे अधिक प्रभावित रहे. केवल दिल्ली में ही IndiGo ने 235 उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे यात्रियों की यात्रा योजनाएं अस्त-व्यस्त हो गईं.
IndiGo ने इस बड़े पैमाने पर हुए संचालन संकट का कारण अचानक बढ़ी पायलट कमी और विंटर शेड्यूल का दबाव बताया है. एयरलाइन ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को बताया है कि नए Flight Duty Time Limitations (FDTL) नियमों के कारण पायलट उपलब्धता पर असर पड़ा है. कंपनी ने इन नियमों में कुछ अस्थायी राहत की मांग की है. नई व्यवस्था फरवरी 2026 तक पूरी तरह लागू होने की उम्मीद है.
इस अव्यवस्था का सीधा असर IndiGo की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) पर पड़ा है. मंगलवार को OTP 35% थी, जो बुधवार को गिरकर 19.7% रह गई. गुरुवार को यह आंकड़ा और गिरकर सिर्फ 8.5% पर आ गया. लंबे समय से समयपालन के लिए मशहूर रही एयरलाइन के लिए यह स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है. DGCA को भी एयरलाइन ने आगे 8 दिसंबर तक और कैंसिलेशन की जानकारी दी है.