नई दिल्ली : जल्दी ही देश को अपना स्वदेशी फाइटर जेल मिलने वाला है. इसको लेकर सीनियर डिफेन्स ऑफिसरों का कहना है कि ये फाइटर जेल अगले महीने तक यानी मार्च 2024 तक डिलीवरी होने हो जाएगी. वहीं इसके नए वर्जन को लेकर भी तैयारी चल रही है. जिसके उत्पादन के शुरुआत की संभावना 2027 तक बताई जा रही है.
पिछले वर्जन से कहीं अधिक होगा सक्षम
केंद्र सरकार द्वारा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) Mk1a को खरीदने की मंजूरी साल 2021 में ही दे दी गई थी. जहां इस एयरक्राफ्ट के शामिल होने से एयरफोर्स में की क्षमता में इजाफा हो जाएगा. साथ ही लड़ाकू जेट में भी बढ़ोत्तरी होने वाली है. वहीं मार्च में बनकर तैयार होने वाले इस एयरक्राफ्ट को पिछले वर्जन की तुलना में कहीं अधिक सक्षम और बेहतर बनाया जा रहा है. इसमें आधुनिक तौर पर रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और हवा के बीच में फ्यूल रीफिल की सुविधाएं दी जाएंगी. इस एयरक्राफ्ट को लेकर अधिकारियों का कहना है कि ये प्रोजक्ट तय सीमा के अन्दर पूरा कर लिया जाएगा.
प्रति वर्ष लड़ाकू विमान की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य
अभी वर्तमान समय में देश में हर साल आठ लड़ाकू विमान बनाने की क्षमता है. जिसको बढ़ाकर ये संख्या 16 प्रति वर्ष किया जा रहा है. इसके साथ ही एलसीए एमके1 ए लड़ाकू विमानों को 24 तक करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है. इस जेट को लेकर ये जानकारी मिल रही है कि एमके1ए की सभी डिलीवरी को तय समय तक पूरी करना है. ताकि अगले वर्जन एमके2 के लिए उत्पादन क्षमता उपलब्ध हो सके. इस वर्जन को GE 414 इंजन के जरिये संचालित की जाएगी. एलसीए एमके2 को लेकर अधिकारियों का कहना है कि इसका उत्पादन 2027 तक बड़े पैमाने पर करने की उम्मीद की जा रही है.
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