Indian Navy rescue operation: 13 जून 2025 को भारतीय नौसेना ने एक बार फिर अपनी तत्परता और साहस का परिचय देते हुए एमवी वान हाई 503 पर फंसे लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान चलाया. इस जहाज में भीषण आग लगने की खबर मिलते ही नौसेना ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. कोच्चि के आईएनएस गरुड़ से एक सीकिंग हेलीकॉप्टर के जरिए बचाव दल को हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाया गया. इस अभियान ने नौसेना की उच्च प्रशिक्षण और समन्वय क्षमता को दर्शाया.
आग की लपटों और प्रतिकूल समुद्री परिस्थितियों के बीच भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर ने असाधारण साहस दिखाया. बचाव दल को जहाज पर सुरक्षित उतारने के लिए हेलीकॉप्टर ने अत्यंत जोखिम भरे हालात में उड़ान भरी. नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता चालक दल की सुरक्षा थी, और हमने हर संभव प्रयास किया कि बचाव कार्य सुचारू रूप से हो.'' बचाव दल ने जहाज को टग ऑफशोर वॉरियर से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके बाद जहाज को खींचने की प्रक्रिया शुरू हो सकी.
In a daring operation, #IndianNavy successfully undertook aerial insertion of the salvage team onboard distressed vessel MV Wan Hai 503, which has been on fire since #09Jun 25.
— SpokespersonNavy (@indiannavy) June 14, 2025
The salvage team, which embarked the Seaking helicopter at @IN_Garuda, #Kochi, was winched down the… https://t.co/rgtMmptxnq pic.twitter.com/1uXGJmSduQ
बचाव दल की सुरक्षित निकासी
सफलतापूर्वक टो लाइन स्थापित करने के बाद, नौसेना के हेलीकॉप्टर ने बचाव दल को जहाज से सुरक्षित निकला. इस ऑपरेशन ने यह सुनिश्चित किया कि जहाज पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित रहें.
समन्वित प्रयासों का परिणाम
वर्तमान में, भारतीय नौसेना का आईएनएस शारदा और ओएसवी एमवी ट्राइटन लिबर्टी भारतीय तटरक्षक बल और अन्य समुद्री एजेंसियों के साथ मिलकर इस अभियान को और मजबूती प्रदान कर रहे हैं. यह समन्वित प्रयास न केवल आपदा प्रबंधन में भारत की क्षमता को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर समुद्री सुरक्षा में देश की अहम भूमिका को भी रेखांकित करता है.