Indian Army Celebrates Diwali: जब पूरा देश रोशनी के पर्व दिवाली की जगमगाहट में डूबा हुआ है, तब भारतीय सेना के जांबाज जवान सीमा पर अपनी ड्यूटी निभाते हुए भी इस त्यौहार को पूरे उत्साह और गर्व के साथ मना रहे हैं. जम्मू और कश्मीर के अखनूर सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल पर तैनाती के दौरान जवानों ने देश की सुरक्षा के बीच भाईचारे और देशभक्ति के जज़्बे के साथ दिवाली मनाया.
सीमा पर तैनात जवानों ने एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाई, पटाखे जलाकर आसमान को रोशन किया और दीयों की रोशनी में देशभक्ति का उजाला बिखेरा. उनके चेहरे पर त्योहार की खुशी तो थी ही, लेकिन राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना और भी प्रबल नजर आ रही थी. इन सैनिकों ने अपने परिवारों से दूर रहकर भी यह सन्देश दिया कि उनके लिए देश पहले है और बाकी सब बाद में.
#WATCH अखनूर, जम्मू (जम्मू-कश्मीर): दिवाली के अवसर पर BSF के जवानों ने अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर दिवाली मनाई। pic.twitter.com/jrWxNixufR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 19, 2025Also Read
भारतीय सेना के एक जवान ने कहा कि एक सैनिक के लिए उसका कर्तव्य उसकी पहली प्राथमिकता होती है. हमारे लिए देश परिवार से पहले आता है. हमने अपने परिवार के सदस्यों से बात की. हम यहां सीमा पर दिवाली मना रहे हैं. मुझे यह वर्दी पहनकर गर्व महसूस हो रहा है. हमारी वर्दी सिर्फ वर्दी नहीं है, इसके साथ बहुत सारी जिम्मेदारियां भी जुड़ी हैं.
#WATCH | Akhnoor, Jammu and Kashmir: An Indian Army jawan says, "For a soldier, his duty is his first priority. The country comes before our family. We spoke to our family members. We are celebrating Diwali here at the border. I feel proud to wear this uniform. Our uniform is not… https://t.co/lu46xy0ntZ pic.twitter.com/Y4Ev0Ue0Bv
— ANI (@ANI) October 19, 2025
दिवाली के उत्सव को जवानों ने पूरी सादगी और अनुशासन के साथ मनाया. सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने उत्साह में कोई कमी नहीं आने दी. इस मौके पर सेना ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ भी मिठाइयों का आदान-प्रदान किया, जिससे एकता और सद्भावना का संदेश पूरे क्षेत्र में फैला.
#WATCH | Jammu and Kashmir: Indian Army soldiers posted along the Line of Control (LoC) in the Akhnoor offer prayers as they celebrate #Diwali pic.twitter.com/2X6tk1ef4p
— ANI (@ANI) October 19, 2025
सीमा पर दिवाली मनाना सिर्फ एक त्यौहार मनाना नहीं, बल्कि एक प्रतीक है उस अटूट समर्पण और बलिदान का, जो हमारे सैनिक हर दिन देश की सुरक्षा के लिए करते हैं. जब पूरा देश परिवार के साथ दीये जला रहा होता है, तब यही सैनिक अपनी जिम्मेदारियों की चौकी पर डटे रहते हैं.