May 7 Mock drills: भारत 7 मई को एक बड़े पैमाने पर नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने जा रहा है. यह मॉक ड्रिल दशकों में सबसे व्यापक अभ्यासों में से एक मानी जा रही है, जो सुरक्षा खतरों से निपटने की तैयारी को परखने के लिए की जा रही है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, केंद्र सरकार ने सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करने का निर्णय लिया है. इसी क्रम में गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिए हैं कि वे पूर्ण नागरिक सुरक्षा अभ्यास करें.
क्या-क्या शामिल होगा अभ्यास में?
इस मॉक ड्रिल में एयर रेड सायरन की जांच, ब्लैकआउट (अंधेरा) का अभ्यास, आपातकालीन नियंत्रण कक्षों का संचालन, लोगों की निकासी की प्रक्रिया और भारतीय वायुसेना के साथ समन्वय शामिल होगा.
वायुसेना भी करेगी अभ्यास
भारतीय वायुसेना भी इस दौरान एक उच्च स्तरीय हवाई अभ्यास शुरू करेगी. यह अभ्यास मंगलवार से पश्चिमी सीमा और रेगिस्तानी क्षेत्रों में दो दिनों तक चलेगा. इसका उद्देश्य हवाई हमलों से निपटने की तैयारियों की जांच करना है.
किन स्थानों पर होगा अभ्यास?
देश भर के 259 नागरिक सुरक्षा जिलों में यह मॉक ड्रिल की जाएगी. इनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहर शामिल हैं, जहां महत्वपूर्ण संस्थान और सीमावर्ती इलाके हैं.
क्या सेवाएं प्रभावित होंगी?
अधिकारियों के अनुसार, मॉक ड्रिल के दौरान भी ट्रेनों, बसों और उड़ानों जैसी दैनिक सेवाएं सामान्य रूप से चलती रहेंगी.
क्या होगा अभ्यास का उद्देश्य?
इस ड्रिल का मुख्य उद्देश्य एयर रेड सायरनों की क्षमता जांचना, भारतीय वायुसेना के साथ संवाद स्थापित करना, नियंत्रण कक्षों की सक्रियता और नागरिकों को आत्मरक्षा के लिए तैयार करना है.
कौन-कौन होगा शामिल?
इस अभ्यास में स्कूली छात्र, सरकारी और निजी संस्थानों के कर्मचारी, अस्पतालों का स्टाफ, रेलवे व मेट्रो अधिकारी, पुलिस, अर्धसैनिक बल और रक्षा कर्मी भाग लेंगे.
विशेष सुरक्षा वाले क्षेत्र
जहां पर परमाणु संयंत्र, सैन्य ठिकाने, रिफाइनरी या जलविद्युत परियोजनाएं हैं, वहां अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी.
दिल्ली में ‘ऑपरेशन अभ्यास’
दिल्ली सरकार ने राजधानी में 55 स्थानों पर मॉक ड्रिल के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं. लोगों को क्या करना है और क्या नहीं, इसकी भी सूची दी गई है.