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India Daily

Civil Defence mock drill: केरल के 14 जिलों में 7 मई को नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल, सुरक्षा की व्यापक तैयारियां पूरी

केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, केरल के 14 जिलों में 7 मई को शाम 4 बजे नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. यह अभ्यास हाल के पहलगाम आतंकवादी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर उभरते “नए और जटिल खतरों” का सामना करने की तैयारियों का हिस्सा है.

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Edited By: Garima Singh
Civil Defence mock drill
Courtesy: X

Civil Defence mock drill: केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, केरल के 14 जिलों में 7 मई को शाम 4 बजे नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. यह अभ्यास हाल के पहलगाम आतंकवादी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर उभरते “नए और जटिल खतरों” का सामना करने की तैयारियों का हिस्सा है. इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना और आपात स्थिति में जनता की तत्परता सुनिश्चित करना है.

केरल के मुख्य सचिव ए. जयतिलक ने सभी जिला कलेक्टरों और संबंधित अधिकारियों को इस मॉक ड्रिल के सुचारु संचालन के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा, “जनता, संस्थाओं और संगठनों को इस अभ्यास में सहयोग करना चाहिए, सतर्क रहना चाहिए और चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है.' मंगलवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में गृह, राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, अग्निशमन, और आपदा प्रबंधन विभागों के शीर्ष अधिकारियों ने तैयारियों की समीक्षा की.

स्थानीय स्तर पर जागरूकता और सहयोग

इस अभ्यास में स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों और निवासियों के संघों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. स्थानीय नेताओं को लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए नियुक्त किया जाएगा। पूजा स्थलों से घोषणाओं के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी. स्कूलों, सामुदायिक भवनों और अन्य प्रमुख स्थानों पर प्राथमिक चिकित्सा किट तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं. स्वयंसेवकों को उन लोगों की सहायता के लिए तैनात किया जाएगा, जिन्हें ब्लैकआउट के दौरान विशेष सहायता की आवश्यकता हो सकती है.

ब्लैकआउट और सुरक्षा के नियम

मॉक ड्रिल के दौरान सभी घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों की लाइटें बंद करनी होंगी. आपातकालीन लाइट का उपयोग होने पर खिड़कियों को मोटे पर्दों या कार्डबोर्ड से ढकना होगा ताकि रोशनी बाहर न जाए. लोगों को मोबाइल फोन या अन्य प्रकाश उत्सर्जक उपकरणों का उपयोग खिड़कियों के पास करने से बचना होगा. घरों में टॉर्च, ग्लो स्टिक, रेडियो, पीने का पानी, सूखा भाना, और आवश्यक दवाएं तैयार रखने की सलाह दी गई है.

सायरन और आपातकालीन निर्देश

शाम 4 बजे सायरन बजने पर सभी को अपने घर के सबसे सुरक्षित हिस्से में चले जाना चाहिए. लंबा सायरन खतरे की चेतावनी देगा, जबकि छोटा सायरन सुरक्षित स्थिति का संकेत होगा. जो लोग बाहर हों, उन्हें तुरंत घर के अंदर जाना होगा. आधिकारिक अपडेट के लिए रेडियो और टेलीविजन का उपयोग करने की सलाह दी गई है. सायरन बजते ही गैस और बिजली के उपकरण बंद कर देने चाहिए ताकि दुर्घटनाएं रोकी जा सकें. बच्चों और पालतू जानवरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा.

परिवारों के लिए विशेष सलाह

परिवारों को एक साथ ‘फैमिली ड्रिल’ करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है ताकि आपात स्थिति में एकजुटता और समन्वय बना रहे. यह अभ्यास न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि जनता में आत्मविश्वास भी जगाएगा.