IAF: भारतीय वायु सेना (IAF) ने बुधवार को कहा कि उसके एक लड़ाकू विमान ने तकनीकी खराबी के कारण पोखरण फायरिंग रेंज के पास अनजाने में एयर स्टोर छोड़ दिया. IAF ने एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस घटना की पुष्टि की. वायुसेना ने जनता को आश्वस्त किया कि जान-माल के किसी नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
यह घटना एक नियमित ऑपरेशन के दौरान हुई जब एक एयर स्टोर आम तौर पर विमान द्वारा ले जाए जाने वाले युद्ध सामग्री, बम या अन्य सैन्य उपकरणों को संदर्भित करता है विमान से अनजाने में निकल गया. भारतीय वायुसेना ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
An inadvertent release of an air store from an Indian Air Force (IAF) fighter aircraft took place near Pokhran firing range area, due to technical malfunction, today. An enquiry by the IAF has been ordered to investigate into the incident. No damage to life or property has been…
— Indian Air Force (@IAF_MCC) August 21, 2024
भारतीय वायुसेना ने एक्स पर पोस्ट किया कि आज पोखरण फायरिंग रेंज क्षेत्र के पास तकनीकी खराबी के कारण भारतीय वायुसेना (IAF) के लड़ाकू विमान से एक एयर स्टोर अनजाने में बाहर निकल गया. इस घटना की जांच के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं. जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं है. राजस्थान के थार रेगिस्तान में स्थित पोखरण फायरिंग रेंज भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा परीक्षण और प्रशिक्षण अभ्यास के लिए एक प्रमुख स्थल है.
भारतीय वायुसेना के संदर्भ में एयर स्टोर एक ऐसा शब्द है जो आम तौर पर किसी विमान से जुड़े किसी भी बाहरी उपकरण या युद्ध सामग्री को संदर्भित करता है. इसे उड़ान के दौरान छोड़ा या फेंका जा सकता है. इसमें बम, मिसाइल, ईंधन टैंक या अन्य पेलोड जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं जो विमान की प्राथमिक संरचना का हिस्सा नहीं हैं.
यह घटना मार्च 2022 में हुई एक और गंभीर घटना से मिलती-जुलती है जब भारत से गलती से एक ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान की ओर फायर हो गई थी. इस दौरान मिसाइल पर किसी तरह का वारहेड तैनात नहीं था. यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले के मियां चुन्नू में जा गिरी थी. इस मिसाइल ने कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचाया था और एक खेत में गड्ढा कर दिया था. इस घटना के बाद भारत के सामने एक गंभीर कूटनीतिक संकट पैदा हो गया था. भारतीय अधिकारियों ने तुरंत ही इस घटना को स्वीकार कर लिया और तकनीकी खामी को वजह बताया.