लंबे समय तक कांग्रेस में रहे दिनेश प्रताप सिंह अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता हैं. 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव हारने के बावजूद बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया था. इस बार राहुल गांधी ने दिनेश प्रताप सिंह को 3.90 लाख वोटों के अंतर से चुनाव हरा दिया. अब दिनेश प्रताप ने राहुल गांधी को बधाई देते हुए एक नसीहत भी दे डाली है कि वह रायबरेली में शनिवार-रविवार को बैठें और जनता की समस्याएं सुनें. दिनेश प्रताप सिंह ने यह भी कहा कि वह चुनावों में बहुमत मेहनत कर चुके हैं इसलिए अब उन्हें कम से कम एक साल का अवकाश चाहिए. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर राहुल गांधी रायबरेली सीट छोड़ते हैं और उपचुनाव होते हैं तो दिनेश सिंह वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.
इस चुनाव में राहुल गांधी को कुल 6,87,649 वोट मिले हैं. वहीं, बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को कुल 2,97,619 वोट मिले. यानी जीत और हार का अंतर 3,90,030 वोट रहा. 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले दिनेश प्रताप सिंह ढाई लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव हारे हैं. बता दें कि लंबे समय तक दिनेश प्रताप सिंह गांधी परिवार के करीबी रहे हैं. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे.
#WATCH | Raebareli: UP Minister and BJP leader Dinesh Pratap Singh says, "This is a time for serious introspection for the BJP and party workers like me... We built the Ram Temple after 500 years of wait and huge airports and railway stations. An illusion has been created among… pic.twitter.com/PH27lENfq4
— ANI (@ANI) June 5, 2024
दिनेश प्रताप सिंह ने हार के बाद कहा, 'यह बीजेपी और दिनेश प्रताप सिंह जैसे कार्यकर्ता के लिए गंभीर चिंतन का विषय है. अगर 500 साल बाद राम मंदिर बनाकर भी यह हाल है तो हमारे लिए जरूरी है कि जल्द से जल्द भ्रम को दूर करके बीजेपी के लिए काम करें. जितनी जल्दी हम यह काम कर लेंगे, उतनी जल्दी हम बीजेपी के पक्ष में अच्छा माहौल बनाकर नुकसान की भरपाई कर पाएंगे.'
राहुल गांधी के बारे में दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, 'राहुल गांधी को मैं शुभकामनाएं देता हूं, अच्छे से रायबरेली की सेवा करें. लोगों की आशा के अनुरूप काम करें. रायबरेली में हर शनिवार-रविवार बैठें. लेखपाल से लेकर कलेक्टर तक, सिपाही से लेकर कप्तान तक, लोगों की समस्याओं का समाधान करें. जो राहुल गांधी करते आए हैं, उन दायित्वों का निर्वहन शायद अब राहुल गांधी को करना चाहिए और मैं रायबरेली की जनता से आग्रह करूंगा.'
दिनेश प्रताप सिंह ने आगे कहा, 'मैं रायबरेली की देवतुल्य जनता से एक आग्रह करता हूं. 2019 से 2024 तक मेहनत और परिश्रम अधिक करने के कारण मेरे पारिवारिक दायित्व पीछे छूट गए हैं. अब मैं रायबरेली की जनता से एक साल के लिए अवकाश चाहता हूं. अब तक हर शनिवार-रविवार जो काम करता आया हूं, अब वह राहुल गांधी जी करेंगे, इसलिए मुझे अवकाश दे दें. एक साल के बाद मैं फिर से अपनी सेवाओं पर लौटूंगा और फिर शनिवार-रविवार बैठूंगा.'