हिमाचल प्रदेश में एक साधारण-सा संवाद अब सियासी विवाद का केंद्र बन गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बच्चों से बातचीत के दौरान कहा गया एक वाक्य सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. बच्चों के ‘राधे-राधे’ कहने पर उनका हल्का-फुल्का सवाल भाजपा के निशानों पर आ गया है. बीजेपी इसे सनातन विरोधी टिप्पणी बता रही है, जबकि कांग्रेस इसे बेवजह का विवाद मान रही है. मामला तेजी से राजनीतिक रंग ले रहा है और दोनों दल इसको जनता के बीच मुद्दा बना रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई. वीडियो में देखा गया कि बच्चों ने ‘राधे-राधे’ कहा, जिस पर सीएम सुक्खू ने मुस्कुराते हुए पूछा- “राधे-राधे या नमस्कार?” इसके बाद दोबारा उन्होंने कहा- “राधे-राधे क्यों बोल रहे हो?” यह संवाद ही विवाद की जड़ बन गया.
हिमाचल के कांग्रेसी मुख्यमंत्री को बच्चों का ‘राधे-राधे’ भी असहज कर गया!
— BJP Himachal Pradesh (@BJP4Himachal) November 29, 2025
आखिर कांग्रेस और उसके नेताओं को सनातन धर्म से इतनी नफरत क्यों?🤔 pic.twitter.com/BhBlKSvlkk
वीडियो सामने आते ही बीजेपी ने इसे धर्म से जोड़कर कांग्रेस पर सीधा वार किया. पार्टी ने कहा कि ‘राधे-राधे’ से असहज होना कांग्रेस की सनातन-विरोधी सोच को दिखाता है. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि ऐसी सोच जनता की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है.
बीजेपी ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि कांग्रेस को धार्मिक अभिवादन तक स्वीकार नहीं है. पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री का रवैया बताता है कि कांग्रेस नेताओं को भारतीय परंपराओं से दूरी है. इस पोस्ट पर बड़ी संख्या में प्रतिक्रियाएं आईं और मामला चर्चा में आ गया.
प्रवक्ता प्रत्यूष कंठ ने वीडियो साझा करते हुए लिखा कि बच्चों का ‘राधे-राधे’ कहना सीएम को नापसंद आया. उन्होंने इसे कांग्रेस की सोच बताया और कहा कि जनता सब समझती है. उनका यह बयान विवाद को और बढ़ाने का कारण बन गया.
हालांकि कांग्रेस की ओर से अब तक आधिकारिक विस्तृत प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि यह एक साधारण संवाद था. उनका मानना है कि विपक्ष इसे जानबूझकर राजनीतिक रूप दे रहा है. इस बीच वीडियो लगातार वायरल हो रहा है और सियासत में हलचल जारी है.