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India Daily

हल्द्वानी हिंसा को लेकर एक्शन मोड में धामी सरकार, 5 हजार FIR, दंगाइयों पर लगेगा NSA

हल्द्वानी के हालातों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार सख्त है. हिंसा के आरोपियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. राजधानी देहरादून समेत कई जिलों में फोर्स अलर्ट पर है.

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Edited By: Naresh Chaudhary
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Haldwani Violence: देव भूमि उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को अचानक हिंसा भड़क गई. अवैध मदरसा तोड़ने पर भड़की हिंसा में अभी तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद हल्द्वानी का बनभूलपुरा क्षेत्र छाबनी में तब्दील हो गया है. हालातों को देखते हुए कई जिलों का फोर्स यहां तैनात है. उधर, मामले में उत्तराखंड सरकार अब एक्शन में आ गई है. हल्द्वानी मामले में अब तक पुलिस ने 5000 एफआईआर दर्ज करा दी हैं. साथ ही दंगाइयों पर एनएसए लगाने की तैयारी है. अभी तक की कार्रवाई में पुलिस ने करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि 19 आरोपियों के खिलाफ नामदज एफआईआर दर्ज की गई है.  

हल्द्वानी के हालात नाजुक हैं. राज्य के कई बड़े अधिकारी प्रभावित इलाके में कैंप कर रहे हैं. उधर, सुरक्षा को देखते हुए पूरे हल्द्वानी शहर को सात जोन में बांटा गया है. इसके साथ ही पूरे उत्तराखंड में हाईअलर्ट है. अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि गुरुवार को भड़की हिंसा के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लागू है. हालातों को देखते हुए उपद्रवियों और दंगाइयों को सीधे गोली मारने के आदेश हैं. पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह ने बताया है कि हिंसा में अब तक 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है.  

कई जिलों की पुलिस हाईअलर्ट पर

एसपी की ओर से कहा गया है कि हिंसा में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. करीब 60 घायलों को अस्पतालों से छुट्टी भी मिल गई है. हालातों को देखते हुए उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, रामनगर और उधम सिंह नगर में पुलिस को 24 घंटे हाईअलर्ट पर रहने का आदेश जारी किया गया है. कहा गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. 

जिलाधिकारी बोलीं- पहले से तैयार थे पेट्रोल बम

उधर, जिलाधिकारी वंदना सिंह की ओर से कहा गया है कि ये हिंसा पूरे तरह से प्लानिंग के तहत की गई है. उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र का कोई फेल्योर नहीं है, बल्कि योजना के तहत पूरे शहर को सुलगाया गया है. कानून-व्यवस्था को चुनौती दी गई है. उन्होंने मीडिया के सामने ये भी स्पष्ट किया कि भीड़ को हटाने के लिए गई पुलिस और अधिकारियों को आधे घंटे के भीतर घेर लिया गया और फिर हमला किया है. आरोपियों ने पहले से पेट्रोल बम तैयार करके रखे थे. सूत्रों की मानें तो प्रशासन अब आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करेगा.