Bangladesh Election: भारत ने बांग्लादेश में जल्द से जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का पुरजोर समर्थन किया है. यह बात भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को बांग्लादेश यात्रा के दौरान कही. साथ ही कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से जुड़े मामले कानूनी और न्यायिक हैं, यानी ये कानूनी व्यवस्था का हिस्सा हैं. दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए इन्हें सावधानीपूर्वक निपटाया जाना चाहिए.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में, बांग्लादेश ने भारत से आधिकारिक तौर पर रिक्वेस्ट करते हुए कहा था कि हसीना को वापस भेजा जाए. उन्होंने 5 अगस्त को अपनी पार्टी अवामी लीग के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान बांग्लादेश छोड़ दिया था. मिस्री ने जवाब दिया, "हम अभी भी इस मुद्दे पर रिव्यू कर रहे हैं. हम इस पर बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं."
#WATCH | Delhi | On Delhi-Bangladesh relations, Foreign Secretary Vikram Misri says, "India is firmly in favour of free, fair, inclusive and participatory elections in Bangladesh and it is in favour of these elections to be held in time..."
"...The approach India has taken is… pic.twitter.com/Qv49faJMoy— ANI (@ANI) October 6, 2025Also Read
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कुछ ही समय पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेता मुहम्मद यूनुस ने भारत की आलोचना करते हुए कहा था कि भारत हसीना का सपोर्ट कर रहा है. हसीना ने दावा किया था कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान अशांति और हिंसा फैलाई है. उन्होंने कहा, "भारत समस्याओं के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की मेजबानी कर रहा है." इसके अलावा मिस्री ने कहा कि भारत अभी भी मौजूदा अधिकारियों के साथ संपर्क में है और पिछली घटनाओं ने बातचीत को किसी भी तरह से बाधित नहीं किया है.
मिस्री ने यह भी साफ करते हुए कहा है कि भारत हसीना को सत्ता में वापस लाने का प्रयास नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा, "भारत केवल बांग्लादेश में चुनाव कराने के लिए कह रहा है जिससे लोग अपना लीडर खुद चुन सके. हम जनता के वोट से सत्ता में आने वाली किसी भी सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार हैं." उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के प्रति भारत की नीति हमेशा प्रैक्टिल और बैलेंस्ड रही है.