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Pok के विस्थापितों को डोमिसाइल सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया शुरू, अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों को बांटे गए सर्टिफिकेट

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से विस्थापित देश भर में रहने वाले सैकड़ों लोगों को जम्मू-कश्मीर सरकार ने नए डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी किए हैं। इन सर्टिफिकेट में मूल निवास स्थान पीओके लिखा हुआ है, जहां ये परिवार 1947 में विभाजन के दौरान चले गए थे।

Manish Pandey
Edited By: Manish Pandey
Pok के विस्थापितों को डोमिसाइल सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया शुरू, अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों को बांटे गए सर्टिफिकेट

 पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से विस्थापित देश भर में रहने वाले सैकड़ों लोगों को जम्मू-कश्मीर सरकार ने नए डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी किए हैं। इन सर्टिफिकेट में मूल निवास स्थान पीओके लिखा हुआ है, जहां ये परिवार 1947 में विभाजन के दौरान चले गए थे।

एसओएस इंटरनेशनल के अध्यक्ष राजीव चुन्नी ने कहा "आज जो दस्तावेज़ (निवास प्रमाण पत्र) जो जारी किए गए हैं और उसमें उन जगहों के पते लिखे जाने जो शहर या गांव पाकिस्तान के कब्जे में है जिसे हम पीओके कहते हैं, तो निश्चित तौर पर हमारे अंदर उम्मीद जगी है कि वो इलाका खाली होगा और हमारा पुनर्वास भी होगा। हम लोग तैयार बैठे हैं और हम तो कहते हैं कि सरकार की तरफ से हमें न्योता मिले कि चलिए आपको सुबह जाना है।''

जम्मू के निवासी कृष्ण कुमार ने कहा "हमने उस जगह का नाम सुना हुआ था लेकिन अब इसमें जारी सर्टिफिकेट में वहां का नाम लिखा हुआ है। हमें बहुत खुशी हो रही है कि क्योंकि हमारे पास हमारी जड़ों को दिखाने वाला कागज है।" ये विस्थापित परिवार अब जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों के साथ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बसे हुए हैं।

जम्मू के निवासी सीता राम शर्मा ने कहा "हम चाहते हैं कि जो पीओके है जो 1947 में पाकिस्तान ने कब्जा किया है, जोकि जम्मू कश्मीर का हिस्सा है। सरकार उसे वापस ले।"  जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड में लगाए शिविरों के जरिये 21 हजार से ज्यादा डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी किए गए।