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महाराष्ट्र के अगले सीएम होंगे देवेंद्र फडणवीस, BJP विधायक दल की बैठक में मिला ताज

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही रस्साकशी खत्म हो गई. देवेंद्र फडणवीस फिर से राज्य का मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. देवेंद्र फडणवीस कल मुंबई के आजाद मैदान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं, जो शीर्ष पद पर उनका तीसरा कार्यकाल होगा.

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Edited By: Gyanendra Sharma
devendra fadnavis
Courtesy: Social Media

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही रस्साकशी खत्म हो गई. देवेंद्र फडणवीस फिर से राज्य का मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.  देवेंद्र फडणवीस कल मुंबई के आजाद मैदान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं, जो शीर्ष पद पर उनका तीसरा कार्यकाल होगा. 

बीजेपी ने आज मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस को अपनी पसंद के रूप में अंतिम रूप दिया. लंबे समय से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया. इसके तुरंत बाद, उनका नाम नवनिर्वाचित विधायकों के समक्ष रखा गया और उनकी स्वीकृति से उनका चयन अंतिम रूप से हो गया. यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब मुंबई के आजाद मैदान में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की राज्य चुनावों में भारी जीत के दो सप्ताह बाद भव्य शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां चल रही हैं. फडणवीस आज शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात करेंगे और आधिकारिक तौर पर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.

मेरे लिए सम्मान की बात है- पीएम मोदी

बीजेपी विधायकों की बैठक में फडणवीस ने कहा कि उन्हें विधायक दल का नेता नामित किया जाना उनके लिए सम्मान की बात है और कहा कि भाजपा के 132 विधायकों के समर्थन के बिना वे यहां नहीं होते. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भाजपा की 'डबल इंजन' सरकार महाराष्ट्र में विकास लाएगी. उन्होंने कहा कि महायुति की जीत प्रधानमंत्री के 'एक हैं तो सुरक्षित हैं' नारे की वजह से हुई.  

बीजेपी को मिला बंपर जीत

बीजेपी की कोर कमेटी द्वारा फडणवीस के चयन के साथ ही महाराष्ट्र में 11 दिनों से चल रही इस उलझन का अंत हो गया है कि मुख्यमंत्री पद किसे मिलेगा. चुनाव परिणाम के बाद, जिसमें महायुति ने विधानसभा की 288 में से 230 सीटें जीतीं शिवसेना नेताओं ने जोर दिया कि शिंदे ने चुनाव में गठबंधन का नेतृत्व किया और उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहिए. हालांकि, बीजेपी ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह इस बार शीर्ष पद का दावा करेगी, क्योंकि उसने 148 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 132 सीटें जीती थीं. आखिरकार, शिंदे ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वह सरकार बनाने में बाधा नहीं बनेंगे और मुख्यमंत्री पद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय को स्वीकार करेंगे.