दिल्ली के लाल किले के पास हुए आतंकी हमले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बड़ी सफलता मिली है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने मुख्य हमलावर डॉ उमर नबी के एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है. उसी ने उमर को वो हुडंई i20 मुहैया कराई थी, जिससे 10 नवंबर को शाम को करीब 7 बजे लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास धमाका किया गया था.
इस आतंकी हमले में 13 लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हुए थे. ये विस्फोट इतना ज़बरदस्त था कि इसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. इसके साथ ही घटनास्थल पर कई क्षत-विक्षत शव और बिखरे हुआ मलबे की तस्वीरें बाद में आई थीं. इस हमले की जांच करने की जांच बाद में NIA को सौंप दी गई थी. एनआईए को इस मामले में रविवार को बड़ी सफलता मिली.
NIA Makes a Breakthrough in Red Fort Area Bombing Case with Arrest of Suicide Bomber’s Aide pic.twitter.com/ABt3na9tOo
— NIA India (@NIA_India) November 16, 2025
धमाके के समय I20 चला रहे मुख्य साजिशकर्ता के एक सहयोगी आमिर राशिद को गहन तलाशी अभियान के बाद एनआईए ने दिल्ली में दबोचा. आरोपी राशिद जम्मू-कश्मीर के पंपोर के संबूरा का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि विस्फोट में इस्तेमाल की गई कार की व्यवस्था करने में उसने ही उमर की मदद की थी. ये कार राशिद के नाम पर ही रजिस्टर्ड थी.
एनआईए की जांच के मुताबिक आमिर जिस कार से विस्फोट किया गया था, उसे खरीदने में मदद करने के लिए दिल्ली आया था. इस कार को बाद में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में बदल दिया गया.एनआईए कीफोरेंसिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि आईईडी से लदी कार को डॉ. उमर उन नबी चला रहा था. उसकी इस हादसे में मौत हो गई थी. वह पुलवामा का रहने वाला था और हरियाणा के फरीदाबाद में अल-फलाह विश्वविद्यालय में जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर था.
जांच एजेंसी ने इस मामले में आमिर राशिद के पुलवामा के संबूर गांव स्थित उसके आवास की कई बार तलाशी ली. आमिर का भाई फिलहाल जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में है. जांच एजेंसी ने नबी के स्वामित्व वाली एक और गाड़ी भी ज़ब्त की है. जिसकी भी जांच की जा रही है.जांचकर्ताओं ने इस मामले में अब तक 73 गवाहों से पूछताछ की है, जिनमें विस्फोट में घायल हुए कई लोग भी शामिल हैं.