CDS Statement Controversy: कांग्रेस पार्टी ने भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए अचानक सीजफायर को लेकर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इस समझौते को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका, सीडीएस जनरल अनिल चौहान के बयानों और सरकार की पारदर्शिता को लेकर गहरे सवाल खड़े किए हैं.
पवन खेड़ा ने ANI से बात करते हुए कहा, 'हर दिन नए सवाल उठ रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल है डोनाल्ड ट्रंप का दावा. हम जानना चाहते हैं कि यह सीजफायर किन शर्तों पर हुआ, और ये ऐलान अमेरिका के राष्ट्रपति ने क्यों किया?' उन्होंने आगे कहा कि देश की सुरक्षा तैयारियों को लेकर CDS जनरल चौहान के बयानों ने और भी संशय पैदा कर दिए हैं.
जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शांग्री-ला डायलॉग के दौरान दिए इंटरव्यू में स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरणों में भारत को नुकसान उठाना पड़ा. '7 मई को और शुरुआती दौर में हमें नुकसान हुआ, लेकिन संख्या महत्वपूर्ण नहीं है. असल सवाल है कि ये नुकसान क्यों हुआ और आगे हमने क्या बदला,' उन्होंने कहा. जनरल चौहान ने आगे बताया कि 7, 8 और 10 मई को भारत ने दुश्मन के ठिकानों पर गहरे हमले किए और उनकी सुरक्षा रेखाओं को पार किया.
11 मई को एयर मार्शल भारती ने जब विमान क्षति पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता क्योंकि हम युद्ध की स्थिति में हैं और ऐसे में नुकसान होना सामान्य बात है.'
कांग्रेस ने इन घटनाओं को देखते हुए संसद का विशेष सत्र बुलाने की पुरजोर मांग की है. खेड़ा ने कहा, '1962 के युद्ध के दौरान भी संसद का सत्र बुलाया गया था, लेकिन इस बार युद्ध के बाद भी संसद नहीं बुलाई गई. यह हैरान करने वाला है.'
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी खेड़ा की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार ने विपक्ष को सही जानकारी नहीं दी. 'जो बात जनरल चौहान ने सिंगापुर से कही, वो रक्षा मंत्री को दो ऑल पार्टी मीटिंग में बतानी चाहिए थी,' उन्होंने कहा.