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India Daily

'आतंकवादियों की हत्या ममता बनर्जी को परेशान कर रही है', अमित शाह ने CM पर ऑपरेशन सिंदूर का विरोध करने का लगाया आरोप

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में नया तूफान खड़ा कर दिया है. ऑपरेशन सिंदूर और घुसपैठ जैसे मुद्दों पर उनकी टिप्पणियां ममता बनर्जी और टीएमसी के लिए चुनौती बन सकती हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
Union Home Minister and senior BJP leader Amit Shah
Courtesy: Social Media

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (1 जून) को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने ममता पर "ऑपरेशन सिंदूर" का विरोध करने का आरोप लगाया. कोलकाता में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर तक गहरा प्रहार किया, उनके मुख्यालय को निशाना बनाया. कई आतंकवादी मारे गए, लेकिन यह ममता जी को परेशान करता है.

जनसभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा, "ममता जी ने एक खेदजनक बयान के जरिए ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया. ऐसा करके आपने न केवल इस मिशन का विरोध किया, बल्कि देश की महिलाओं की भावनाओं और संवेदनाओं की भी अवहेलना की."

'ऑपरेशन सिंदूर' पर अमित शाह का कड़ा रुख

रैली में बोलते हुए अमित शाह ने दोहराया कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी जितना चाहें पाकिस्तानी आतंकवादियों का पक्ष ले सकती हैं, लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह पीएम मोदी की सरकार है और ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. जो भी कुछ करने की हिम्मत करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा.

शाह ने ममता पर मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर का विरोध करने का भी आरोप लगाया. पीटीआई न्यूज एजेंसी के हवाले से उन्होंने कहा, "मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए ममता दीदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया. ऐसा करके वह इस देश की माताओं और बहनों का अपमान कर रही हैं. 2026 (विधानसभा चुनाव) में राज्य की माताएं और बहनें सीएम और तृणमूल कांग्रेस को ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना के लिए सबक सिखाएंगी."

मुर्शिदाबाद दंगे और घुसपैठ पर उठे सवाल

अमित शाह ने अपने भाषण में अप्रैल में मुर्शिदाबाद में हुए सांप्रदायिक दंगों को "राज्य प्रायोजित" करार दिया. उन्होंने टीएमसी सरकार पर बीएसएफ की तैनाती में बाधा डालने का आरोप लगाया. शाह ने कहा, "गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद दंगों के दौरान बीएसएफ की तैनाती पर जोर दिया, लेकिन टीएमसी सरकार ने इसे रोक दिया ताकि हिंसा जारी रह सके."

उन्होंने टीएमसी सरकार पर बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया. शाह ने कहा, "हमने सीमा पर बाड़ लगाने के लिए जमीन मांगी, जो घुसपैठ को प्रभावी ढंग से रोकेगी. लेकिन आपने जानबूझकर जमीन नहीं दी, जिससे अनियंत्रित घुसपैठ जारी है और आपका वोट बैंक बढ़ रहा है." उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "यह स्पष्ट है कि आपकी प्राथमिकता अपने भतीजे की राजनीतिक उत्तराधिकारिता सुनिश्चित करने में है, न कि सीमा सुरक्षा के मुद्दे को हल करने में है.