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अब अकबर रोड नहीं कोटला मार्ग कहिए, बदल गया कांग्रेस का पता; 15 जनवरी को INC के नए हेडक्वार्टर 'इंदिरा भवन' का होगा उद्धाटन

Congress New Headquarters Indira Bhawan: कांग्रेस का नया मुख्यालय कोटला मार्ग पर स्थित 'इंदिरा भवन' में होगा, जिसका उद्घाटन 15 जनवरी को होगा.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Congress New Headquarters Indira Bhawan Kotla Marg inauguration on 15th January
Courtesy: Social Media

Congress New Headquarters Indira Bhawan: कांग्रेस पार्टी का मुख्यालय अब दिल्ली के कोटला मार्ग पर स्थित 'इंदिरा गांधी भवन' में शिफ्ट होने जा रहा है. यह नया मुख्यालय 15 जनवरी को पार्टी की पुरानी 24, अकबर रोड वाली बिल्डिंग से बदलकर कार्य करना शुरू करेगा. इस नए भवन का उद्घाटन कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी. इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे.

कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि हम आगे बढ़ें और नए बदलावों को अपनाएं.” इंदिरा गांधी भवन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह पार्टी की बदलती जरूरतों को पूरा कर सके. इसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी जो प्रशासनिक, संगठनात्मक और रणनीतिक गतिविधियों को सपोर्ट करेंगी. यह भवन कांग्रेस के भविष्य की ओर देख रहे दृष्टिकोण को दर्शाता है, साथ ही पार्टी के उस अद्वितीय अतीत को भी सम्मानित करता है जिसने भारतीय राजनीति और समाज को आकार दिया है.

पुराने दफ्तर में होता रहेगा काम

कांग्रेस ने यह स्पष्ट किया है कि वह अपनी पुरानी 24, अकबर रोड वाली बिल्डिंग को पूरी तरह से नहीं छोड़ेगी. इस स्थान पर पार्टी के कुछ सेल्स और विभाग अब भी कार्य करेंगे. ऐसा ही भाजपा ने भी किया था जो 11, अशोक रोड स्थित अपने पुराने मुख्यालय को छोड़कर अब दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित अपने नए मुख्यालय में कार्य कर रही है.

'इंदिरा गांधी भवन' के लिए आवंटित भूमि दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर है, लेकिन कांग्रेस ने इस मार्ग का नाम अपनाने से बचते हुए अपने मुख्यालय का प्रवेश कोटला मार्ग से रखा है. इससे पार्टी को एक वैकल्पिक पता मिल जाएगा.

1978 में अकबर रोड शिफ्ट हुई थी कांग्रेस

कांग्रेस ने 1978 में अपनी 24, अकबर रोड वाली बिल्डिंग को मुख्यालय के रूप में अपनाया था. यह भवन उस समय कांग्रेस के विभाजन के बाद कांग्रेस के एक धड़े द्वारा चुना गया था. इससे पहले यह भवन म्यांमार की नेता आंग सान सू की का निवास स्थान भी था, जब उनकी मां म्यांमार की भारत में राजदूत थीं.

इस नए मुख्यालय का निर्माण कई वर्षों से चल रहा था और इसके निर्माण में धन की कमी के कारण देरी हुई. प्रारंभ में प्रशासन, खाता और अन्य कार्यालयों को इस नए भवन में स्थानांतरित किया जाएगा. इसके अलावा महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, NSUI और पार्टी के अन्य विभाग भी नए मुख्यालय में शिफ्ट हो सकते हैं.