प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 22 सितंबर से लागू होने वाले नए वस्तु एवं सेवा कर ढांचे का स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस कदम को किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं के लिए लाभकारी बताया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने इसे अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की दिशा में एक कदम बताया.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान, मैंने जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार लाने के हमारे इरादे के बारे में बात की थी. केंद्र सरकार ने व्यापक आधार पर जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने और प्रक्रियागत सुधारों के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया है, जिसका उद्देश्य आम आदमी के जीवन को आसान बनाना और अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है."
During my Independence Day Speech, I had spoken about our intention to bring the Next-Generation reforms in GST.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 3, 2025
The Union Government had prepared a detailed proposal for broad-based GST rate rationalisation and process reforms, aimed at ease of living for the common man and…
आम आदमी, किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं को लाभ होगा
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी परिषद, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें दोनों शामिल हैं ने केंद्र द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों पर सामूहिक रूप से सहमति व्यक्त की है. उन्होंने आगे कहा कि व्यापक सुधारों से आम आदमी, किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं को लाभ होगा.
12 और 28 फीसदी के जीएसटी स्लैब को खत्म
यह टिप्पणी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जीएसटी प्रणाली के बड़े पुनर्गठन की घोषणा के बाद आई है, जिसमें पिछले बहु-स्लैब ढांचे को 5% और 18% के दो स्लैब बदल दिया गया है. पाप और विलासिता की वस्तुओं पर 40% की दर लागू रहेगी. संशोधित दरें 22 सितंबर, नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी. वित्त मंत्री साफ किया कि अब सिर्फ दो जीएसटी स्लैब होंगे, जो 5% और 18% होंगे. मतलब अब 12 और 28 फीसदी के जीएसटी स्लैब को खत्म कर दिया गया है.