गुजरात का राणुजा गांव इस समय सुर्खियों में है, जहां पिछले दिनों आयोजित पारंपरिक लोक मेले ने लाखों श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ दिया. मेले की सबसे खास बात यह रही कि जामनगर की सांसद पूनमबेन मदाम का अनोखे अंदाज़ में सम्मान किया गया. उन पर नोटों और डॉलर की वर्षा की गई, जिसने पूरे आयोजन को और भी खास बना दिया.
जामनगर जिले के कलावड़ तालुका स्थित राणुजा गांव में भरवाड़ समाज और देवस्थान समिति द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय मेले में सांसद पूनमबेन मदाम को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया. कार्यक्रम में रामधनी ग्रुप के सदस्यों ने उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और फिर डॉलर, सोने-चांदी के नोट और 500 रुपये की गड्डियों की वर्षा कर दी. यह नजारा देखकर वहां मौजूद श्रद्धालु भी दंग रह गए और मोबाइल कैमरे में इस पल को कैद करने लगे. वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मेले में लाखों श्रद्धालु उमड़े, जिन्होंने रामदेव पीर के भजनों में हिस्सा लिया. इस दौरान जब कलाकारों ने भजन गाए, तो श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल की टॉर्च जलाकर सामूहिक आरती की. यह दृश्य मानो आकाश में चमकते तारों जैसा प्रतीत हो रहा था. सांसद पूनमबेन मदाम ने भी टॉर्च हाथ में लेकर आरती में हिस्सा लिया. पूरे वातावरण में भक्ति और श्रद्धा का अनोखा संगम देखने को मिला.
जामनगर की सांसद पूनमबेन माडम पर डॉलर और सोने-चांदी के नोटों की बारिश, VIDEO देख चौंक रहे लोग! pic.twitter.com/gRS2vopP3b
— GARIMA SINGH (@azad_garima) September 3, 2025
राणुजा मेला पिछले पांच दशकों से लगातार आयोजित किया जा रहा है. यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज की एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जाता है. हर साल यहां लाखों लोग रामदेव पीर के दर्शन और मेले के आनंद के लिए आते हैं. भजन, भोजन, भक्ति और लोक नृत्य इस मेले की खास पहचान बन चुके हैं. इस बार भी लोक नृत्य के दौरान सांसद पर नोटों की वर्षा की गई, जिसने कार्यक्रम की शोभा और बढ़ा दी.
इस मेले में सिर्फ आम श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए. कलावड़ के विधायक मेघजी चावड़ा भी इस अवसर पर मौजूद रहे. तीन दिनों तक चले इस आयोजन में भजन संध्या, सामूहिक भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला चलता रहा. लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी ने इसे भव्यता प्रदान की और इस बार सांसद पूनमबेन मदाम पर हुई नोटों की बारिश इसकी विशेष आकर्षण बन गई.