आज के दौर में फिटनेस के प्रति जुनून कई बार लोगों को ठगी के जाल में फंसा देता है. चीन के हांगझोउ शहर में रहने वाले जिन नामक व्यक्ति के साथ भी ऐसा ही हुआ, जो तीन साल से अपने इलाके के एक जिम में वर्कआउट कर रहे थे. उन्हें 300 साल की जिम मेंबरशिप और मोटे मुनाफे का ऐसा लालच दिया गया कि उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से करोड़ों रुपये इस डील में लगा दिए. लेकिन कुछ ही महीनों में यह सपना बुरी तरह टूट गया.
जानकारी के अनुसार, मामला मई महीने से शुरू हुआ जब जिम के एक सेल्स वर्कर ने जिन को एक खास ऑफर का प्रस्ताव दिया. ऑफर के तहत, पुराने ग्राहकों को एक साल की मेंबरशिप 8,888 युआन (लगभग 1.08 लाख रुपये) में खरीदने का मौका दिया जा रहा था, जिसे वे नए ग्राहकों को 16,666 युआन (लगभग 2.03 लाख रुपये) में बेच सकते थे. सेल्स वर्कर का दावा था कि मुनाफे का 90% ग्राहक को मिलेगा और अगर दो महीने में कार्ड नहीं बिका, तो पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा.
शुरुआत में संदेह होने के बावजूद, जिन ने दो मेंबरशिप कार्ड खरीद लिए, जिनकी कीमत करीब 17,000 युआन (लगभग 2.07 लाख रुपये) थी. इसके बाद सेल्स टीम ने उन्हें और कार्ड व प्राइवेट ट्रेनिंग लेसन खरीदने के लिए राजी कर लिया. एक मौके पर तो जिन ने 3 लाख युआन (लगभग 36 लाख रुपये) तक खर्च कर दिए. कुछ ही हफ्तों में उन्होंने 1,200 से ज्यादा लेसन और कार्ड खरीद लिए, जिनकी वैधता 300 साल तक की थी.
जुलाई में वह समय आया जब जिम को उन्हें मूल धन का कुछ हिस्सा लौटाना था, लेकिन पैसे नहीं मिले. जब उन्होंने सेल्स स्टाफ से बात की तो जवाब मिला कि ट्रांजैक्शन "रिव्यू" में है. महीने के अंत तक जिम का मैनेजमेंट और सेल्स टीम दोनों लापता हो गए. जिन को तब एहसास हुआ कि जिन कॉन्ट्रैक्ट्स पर उन्होंने साइन किए थे, उनमें रिटर्न का कोई जिक्र ही नहीं था.
जिन ने स्वीकार किया कि वह लालच और विश्वास के जाल में फंस गए थे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 'मुझे लगा कि मैं अपने रुपये वापस पाने से बस एक कदम की दूरी पर हूं.' उन्होंने फिटनेस को हेल्थ इन्वेस्टमेंट समझा था लेकिन नतीजा भारी नुकसान के रूप में सामने आया. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिम तो खुला है, लेकिन वहां केवल रिसेप्शनिस्ट और प्रशासनिक कर्मचारी ही मौजूद हैं, ट्रेनर और सेल्स टीम गायब हैं. मामला अदालत में चल रहा है.